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LIVE UPDATES: दोपहर 3.30 बजे तक दिल्ली लाया जाएगा अमर सिंह का पार्थिव शरीर
नई दिल्ली: राज्य सभा सदस्य अमर सिंह (Amar Singh) का सिंगापुर में उपचार के दौरान शनिवार को निधन हो गया, जहां वह किडनी संबंधी बीमारियों का उपचार करा रहे थे. वह 64 वर्ष के थेl उन्होंने 2011 में किडनी का प्रतिरोपण कराया था और लंबे समय से अस्वस्थ थेl
अमर सिंह का पार्थिव शरीर विशेष विमान से सिंगापुर से दिल्ली दोपहर 3.30 बजे तक पहुंचेगा. सिंगापुर में जब अमर सिंह का निधन हुआ, उस वक्त उनकी पत्नी और दोनों बेटियां मौजूद थींल अमर सिंह के करीबी दोस्त व परिवार के सदस्य दिल्ली पहुंच चुके हैंल अमर सिंह के पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से उनके दिल्ली स्थित छतरपुर फार्महाउस ले जाया जाएगाl अमर सिंह के करीबियों के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार सोमवार को होगाl
नहीं रहे अमर सिंह समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता व राज्यसभा सांसद
राज्यसभा सांसद अमर सिंह का शनिवार को सिंगापुर के अस्पताल में निधन हो गया। भारतीय राजनीति में अमर सिंह का दबदबा किसी से छिपा नहीं था। उन्होंने अपना सियासी सफर यूपी से शुरू किया। किसी समय अमर सिंह मुलायम सिंह के दाहिने हाथ माने जाते थे। हालांकि बाद में वह समाजवादियों के 'दुश्मन' बनकर बैठे। इसके बाद अमर सिंह का झुकाव बीजेपी की तरफ बढ़ा, जिसकी बदौलत वो राज्यसभा की कुर्सी तक पहुंचने में कामयाब रहे।
साल 2010 में मुलायम सिंह यादव ने भी इनको पार्टी से निकाल दिया था, बाद अमर सिंह ने राजनैतिक जीवन से कुछ समय के लिए संन्यास भी ले लिया था। लेकिन साल 2016 में इनकी फिर से समाजवादी पार्टी में वापसी हुई थी। अमर सिंह के बारे में यह कहा जाता था कि वह राजनीति, फिल्म और बिजनेस के माहिर खिलाड़ी थे। समाजवादी पार्टी में रहते अमर सिंह ने इसे सिद्ध भी किया। कई बार ऐसे मौके आए जब पार्टी को उन्होंने अपने राजनैतिक समझदारी से परेशानी से उबारा।
एसपी से राज्यसभा के सांसद चुने गए थ अमर सिंह
अमर सिंह के बारे में कहा जाता था कि अमर सिंह ने साल 1996 में देश के तत्कालीन रक्षामंत्री मुलायम सिंह से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा था। कहा जाता है कि वो पहले भी मुलायम सिंह से मिल चुके थे लेकिन इस मुलाकात के बाद उनका रुतबा बढ़ गया था और मुलायम सिंह ने उन्हें समाजवादी पार्टी का महासचिव बनाने का फैसला किया। अमर सिंह एसपी से राज्यसभा के सांसद चुने गए। समय के साथ ही एसपी में अखिलेश यादव का वर्चस्व बढ़ा और पारिवारिक विवाद के बाद अमर सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया।
बीमारी के दौरान बच्चन परिवार से दूरी का किया था जिक्र
जया बच्चन को राजनीति में लाने का काम अमर सिंह ने ही किया था लेकिन पार्टी से निष्कासन के समय बच्चन परिवार से इनकी दूरियां बढ़ गईं। हालांकि बीमारी की अवस्था में अमर सिंह ने बच्चन परिवार से दूरी को लेकर अपने मलाल का जिक्र किया था। कहा जाता है कि अमिताभ बच्चन के बुरे वक्त में अमर सिहं ने उनका साथ खूब निभाया था।
साल 2016 में एसपी से फिर निकाले गए थे अमर सिंह
समाजवादी पार्टी में चल रहे कलह के दौरान साल 2016 में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच खींचतान हुई। इसके बाद रामगोपाल ने इशारों में अमर सिंह को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। इस दौरान पूरे विवाद से मुलायम ने खुद को दूर रखा था और बाद में अमर सिंह को फिर से पार्टी से निकाल दिया गया था।
नितिन द्विवेदी l