राष्ट्रीय

मोदी सरकार ने पैदा किए राजीव गांधी के हत्यारे को रिहा करने वाले हालात, कांग्रेस का आरोप

Sakshi
18 May 2022 12:10 PM GMT
विदेश यात्रा पर गए राहुल गांधी, रणदीप सुरजेवाला बोले- बीजेपी अफवाह ना फैलाएं
x

रणदीप सुरजेवाला बोले बीजेपी अफवाह ना फैलाएं

सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारे ए.जी. पेरारिवल को रिहा किए जाने पर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारे ए.जी. पेरारिवल को रिहा किए जाने पर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐसे हालात पैदा किए कि अदालत को यह निर्णय देना पड़ा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आतंकवाद को लेकर सरकार का रवैया निंदनीय है। उन्होंने मीडिया से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे करोड़ों भारतीयों की भावना आहत हुई है क्योंकि कोर्ट ने राजीव गांधी जी के एक हत्यारे को रिहा कर दिया है। तथ्य बड़े स्पष्ट हैं और जिम्मेदार मोदी सरकार है।

सुरजेवाला के मुताबिक 9 सितंबर 2018 को तमिलनाडु की तत्कालीन अन्नाद्रमुक-भाजपा सरकार ने उस समय के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को सिफारिश भेजी कि राजीव गांधी जी की हत्या के सभी सात दोषियों को रिहा कर दिया जाए। राज्यपाल ने कोई निर्णय नहीं लिया और मामले से पल्ला झाड़ते हुए राष्ट्रपति को भेज दिया। राष्ट्रपति ने भी कोई निर्ण नहीं लिया। सुरजेवाला ने दावा किया कि इस विलंब और भाजपा सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपाल द्वारा निर्णय नहीं लिए जाने के कारण एक हत्यारे को रिहा कर दिया। अब सभी दोषी रिहा होंगे।

कांग्रेस नेता ने सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी जी क्या आपका यही राष्ट्रवाद है? क्या आपका तौर-तरीका है कि कोई निर्णय ही नहीं लो और उस आधार पर अदालत राजीव गांधी जी के हत्यारे को रिहा कर दे? उन्होंने आगे कहा, जिस आधार पर फैसला हुआ है उस आधार पर तो हजारों तमिल कैदियों को छोड़ दिया जाना चाहिए। देश में आजीवन कारावास के लाखों कैदी हैं, उनको भी छोड़ दिया जाना चाहिए।

सुरजेवाला ने आगे कहा कि यह कांग्रेस के एक नेता का सवाल नहीं बल्कि राजीव गांधी जी हमारे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी। सरकार का रुख निंदनीय है और इसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। देश के लोग देख लें कि इस सरकार का आंतकवाद को लेकर रवैया क्या है।'

Next Story