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नैनीताल में पढ़ते रहे ओले और होती रही बरसात, जबकि शराब की लाइन में छाता लेकर लगे रहे लोग

Shiv Kumar Mishra
6 May 2020 7:04 AM GMT
नैनीताल में पढ़ते रहे ओले और होती रही बरसात, जबकि शराब की लाइन में छाता लेकर लगे रहे लोग
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शराब की तकरीबन सभी दुकानें खुल गई हैं। सभी विक्रेताओं को कोरोना को लेकर जारी दिशा निर्देशों के पालन करने और ओवर रेट नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है।

नैनीताल -लॉकडाउन 3.0 में कई रियायतें देने और शराब की दुकानों को खोलने की इजाजत के बाद देशभर में शराब खरीदने वालों की लंबी-लंबी लाइनें देखी जा सकती है। भारी संख्या में खरीदने के लिए लोगों के पहुंचने के बाद राज्य सरकारों ने अपने राजस्व में हुए घाटे की भरपाई के लिए शराब के ऊपर 50 से 70 प्रतिशत तक 'स्पेशल कोरोना सेस' तक लगा दिया है।

इसके बावजूद लॉकडाउन के तीसरे चरण में सोमवार को यानी पहले दिन जिस तरह की लाईन देखी गई थी कुछ वैसा ही नजारा मंगलवार को भी दिखा।

उत्तराखंड के नैनीताल के माल रोड का नजारा तो और भी हैरान कर देनेवाला था। शराब के खरीदार शराब खरीदने के लिए बारिश और ओले के बीच खड़े रहे। हद तो तब हो गई जब कुछ लोग तो बिना छाते के ही लाइन में खड़े रहे ताकि वह शराब खरीद सके। तेज आंधी और तूफान के बीच लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शराब की लंबी लाइन लगकर शराब खरीदते हुए दिखे। कई लोग तो बिना छाता ही भींगते हुए इस उम्मीद में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे कि वे शराब खरीदकर जाएंगे।

हल्द्वानी में 12 ठेकों से बिकी सवा करोड़ की शराब

लॉकडाउन में शराब बिक्री की छूट के दूसरे दिन हल्द्वानी की एक दर्जन दुकानों पर सवा करोड़ की शराब बिकी, जबकि पहले दिन महज दो ठेकों से 10 लाख रुपये की शराब बिकी थी। मंगलवार को शराब की बिक्री आम दिनों से दो गुनी रही है।

बेहतर बिक्री देखते हुए आबकारी विभाग आज से देसी शराब की दुकानें भी खोलने जा रहा है। मंगलवार को भी शराब के शौकीन सुबह सात बजे से ठेकों के आगे डटे गए और अधिकांश ठेकों पर शाम 4 बजे तक कतार नहीं टूटी। इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सतर्क और पुलिस मुस्तैद नजर आई।विगत दिनों मात्र दो दुकानें खुलने से टूटे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार को शहर और आसपास की सभी शराब दुकानों को खोल दिया। इसके चलते कहीं भी अफरातफरी नहीं दिखी। हालांकि सभी दुकानों पर पुलिस के पहले में ही शराब बिकी।

दूसरे दिन हल्द्वानी और आस-पास की 12 दुकानों में करीब 1.25 करोड़ की शराब बिकी। सामान्य दिनों में यहां करीब65 लाख की बिक्री होती हैं। हल्द्वानी और आसपास की देसी शराब की सात दुकानें पिछले साल से बंद है। इन दुकानों को भी आबकारी विभाग बुधवार से खोलने की तैयारी में है।बारिश में डटे रहे शौकीन, हाथ सेनेटाइज करके ही दिए रुपये शहर में सुबह कई जगह पर हल्की बारिश हुई।कॉलटैक्स के पास स्थित दुकान में बारिश में भी शौकीन लाइन में डटे रहे। कुछ शौकीन दूसरी दुकान की छत के नीचे खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए भी नजर आए। शराब दुकानों पर उपभोक्ता से पहले रुपये लिए जाते हैं, उसके बाद शराब दी जाती है। अब विक्रेता उपभोक्ता के हाथ सेनेटाजर कराने के बाद ही रुपये लिए।

शराब की तकरीबन सभी दुकानें खुल गई हैं। सभी विक्रेताओं को कोरोना को लेकर जारी दिशा निर्देशों के पालन करने और ओवर रेट नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है।

महेन्द्र सिंह बिष्ट, आबकारी निरीक्षक

Lockdown 3.0 का दूसरा दिन: शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारें

लॉकडाउन के तीसरे चरण के दूसरे दिन भी हालात पहले दिन की ही तरह रहे। शराब की दुकानों के सामने लोगों की लंबी लाइनें देखी गईं। कई राज्यों में शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होने की वजह से पुलिस बल इस्तेमाल करना पड़ा था। वहीं, कुछ दुकानों के खुलने के कुछ ही समय बाद उसे नियमों को न मानने की वजह से बंद करना पड़ गया।हालांकि, इन सभी के बावजूद राज्य सरकारों को राजस्व मिला है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, उत्तर प्रदेश में पहले दिन 100 करोड़ रुपए से अधिक की शराब की बिक्री हुई। राज्य के आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अकेले राजधानी लखनऊ में 6.3 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हुई। आबकारी विभाग में प्रधान सचिव संजय भूसरेड्डी ने आईएएनएस से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि एक लाख से कम कार्यबल वाला कोई एक उद्योग होगा जो एक दिन में 100 करोड़ रुपये (राज्य के खजाने को) देता है।' सामान्य समय में राज्य में शराब की औसत बिक्री लगभग 70-80 करोड़ रुपये की है।

वहीं, कर्नाटक में भी शराब की सोमवार को रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई। एक दिन में ही राज्य में 45 करोड़ रुपए की शराब बिकी। आबकारी विभाग के अधिकारी ने आईएएनएस से बताया कि पहले दिन शाम सात बजे तक तकरीबन 3.9 लाख लीटर बीयर और 8.5 लाख लीटर शराब की बिक्री हुई। यह कम से कम 45 करोड़ रुपए की थी। राज्य के आबकारी मंत्री एच. नागेश ने सोमवार को कहा कि शराब की बिक्री में उछाल की वजह से कर्नाटक सरकार ने अगले सप्ताह से सभी ब्रांडों की कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला किया है। वहीं, दिल्ली और आंध्र प्रदेश की सरकारों ने भी शराब की कीमतों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है।

आंध्र प्रदेश सरकार ने मंगलवार को शराब की कीमतों पर 50 फीसदी का इजाफा कर दिया। वहीं, एक दिन पहले ही 25 फीसदी कीमत बढ़ा दी थी। इस तरह राज्य सरकार शराब की कीमत 75 फीसदी बढ़ा चुकी है। पीटीआई के अनुसार, 50 फीसदी कीमत बढ़ने की वजह से राज्य सरकार के राजस्व में कम से कम 9 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी होगी।

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