पंजाब

लाइसेंस रद्द किया तो केमिस्ट ने की महिला ड्रग्स अधिकारी की हत्या! फिर खुद को भी मारी गोली

Special Coverage News
30 March 2019 6:35 AM GMT
लाइसेंस रद्द किया तो केमिस्ट ने की महिला ड्रग्स अधिकारी की हत्या! फिर खुद को भी मारी गोली
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आरोपी द्वारा महिला अधिकारी को गोली मारे जाने की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई?

पंजाब के खरड़ में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां बलविंदर सिंह नाम के एक शख्स ने जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की उनके दफ्तर में घुसकर गोली मार कर हत्या कर दी। मिली जानकारी के मुताबिक कहा जा रहा है कि आरोपी बलविंदर सिंह ने 10 साल की रंजिश के चलते महिला अधिकारी की हत्या को अंजाम दिया। नेहा शौरी ने रोपड़ में जिला ड्रग अधिकारी के पद पर रहते हुए 2009 में आरोपी की मोरिंडा स्थित केमिस्ट शॉप पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था।

वहीं इस मामले में पंजाब पुलिस का कहना कि बलविंदर ने लाइसेंस रद्द होने के बाद उसकी हत्या की साजिश रची थी। शुक्रवार सुबह जब नेहा खरड़ स्थित अपने दफ्तर में मौजूद थीं तो आरोपी बलविंदर सिंह ने सुबह 11 बजकर 40 मिनट में उनके कार्यालय में घुसकर 32 बोर लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी। बलविंदर बैग में रिवॉल्वर लेकर आया था। बताया जा रहा है कि घटना के समय कार्यालय में एक ही सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात था लेकिन वह बलविंदर को देख नहीं पाया।




आरोपी बलविंदर द्वारा महिला अधिकारी को गोली मारे जाने की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। उस समय नेहा शौरी अपनी 3 साल की भतीजी आराध्या के साथ वहां पर मौजूद थीं। आराध्या पहली बार ऑफिस आई थीं और नेहा उससे बात कर रही थीं। जैसे ही बलविंदर वहां पहुंचा उसने नेहा पर तीन गोलियां चलाईं। पहली गोली सीने पर लगी, दूसरी गोली नाक और आंख के बीच और तीसरी गोली कंधे पर जिसकी वजह से उनकी मौके पर मौत हो गई।

नेहा शौरी ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बी फार्मा की पढ़ाई की थी। उसके बाद उन्होंने 2004 से 2006 तक नाइपर से एमएस फार्मास्यूटिक्स की डिग्री ली और ड्रग इंस्पेक्टर पद पर नियुक्त हो गईं। वह 2016 से जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी पद पर तैनात थीं। पुलिस ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू की गई है। शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी बलिंदर मोरिंडा में दवा की दुकान चलाता था और 2009 में नेहा ने उसकी दुकान पर छापा मारा था। नेहा ने वहां से कथित रूप से नशीली दवाएं बरामद की थीं। इसके बाद नेहा ने उसके दवा दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया था।

हत्या की मंशा का पता नहीं लगा है लेकिन लाइसेंस रद्द करने को ही हत्या की वजह माना जा रहा है। पति चंडीगढ़ में ऐक्सिस बैंक में काम करते हैं और दो साल की बेटी भी है। वहीं हत्यारोपी बलविंदर सिंह कुराली स्थित एक निजी अस्पताल में नौकरी कर रहा था। 2009 में लाइसेंस रद्द होने के हाद उन्होंने मोरिंडा में ही एक निजी अस्पताल खोला था लेकिन कुछ समय बाद वह भी बंद हो गया।

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