
अलवर में अकबर की मौत पर खामोश सरकार से कुमार विश्वास का सवाल!

अकबर की उम्र 28 साल थी. अलवर में भीड़ ने गौ-तस्करी के शक में उसको पीट-पीट कर मार डाला, जबकि सुप्रीम कोर्ट कह चुका है संसद को भीड़तंत्र की ऐसी घिनौनी हिंसा को रोकने के लिए कानून बनना चाहिए. यह कानून कब बनेगा. इस बात पर हिंदी के जाने माने कवि कुमार विश्वास ने कहा आखं मारना तो राष्ट्रीय विमर्श का विषय बन गया लेकिन ये भीड़ तंत्र द्वारा हत्या करने पर कोई जबाब नहीं आया.
कुमार ने कहा कि आँख मारना राष्ट्रीय विमर्ष है, किंतु अलवर में गाय के शुबहे पर एक इंसान पीट कर मारना नहीं ? बामुलाहिजा साहेब-आन को सूचित हो. कुमार ने एक शब्द के माध्यम से केंद्र और राज्य के सरकार को बड़ा संदेश दिया है. लेकिन शब्दों को जानने बाले कभी शब्दों के रहस्य पर बात नहीं करते है. पहले पहलु अब अकबर देखो अगला कौन?
इस पर वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने लिखा, पहलू ख़ान के बाद अकबर ख़ान की राजस्थान में गोरक्षा के नाम पर हत्या. पीट-पीट कर उसी अलवर में, वसुंधरा राजे का क़ानून सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाने में सबसे आगे है. महारानी राज है, क़ानून क्या करेगा?