

इस संसार को बनाने वले परमात्मा को भी इश्क होता है I भगवान को भक्तो से प्यार हो जाता है परमात्मा से इस संसार के किसी भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की रिश्तेदारी का कोई सम्बन्ध नही है I जब परमात्मा ही इश्क से नही बच पाया तो फिर परमात्मा का बनाया आदमी कैसे इश्क से बच सकेगाI इश्क का सारा मामला दिल से जुडा होता हैI कम्बख्त इश्क ना दिखता है ना इसे छुआ जा सकता है यह तो बस जिस प्रकार फूलो में महक होती है उसी प्रकार सिर्फ महसूस किया जाता हैI
मानव शरीर में एक दिल भी होता है, जिस पर किसी का भी कोई जोर नही होता हैI जिस प्रकार आत्मा में परमात्मा रहता है उसी प्रकार परमात्मा ने आत्मा में इश्क का पोधा लगा रखा हैI कहते है दिल पर किसी का जोर नही चलता है ना जाने कब किस भेष में नारायण मिल जाए उसी प्रकार ना जाने कब किससे किस का दिल मिल जाएI इश्क में दिल मिलने की शुरुआत आँखों से होती है पर इश्क की कोई भाषा नही होती हैI सोहणे यार से नजरे मिलते ही इश्क का तीर नजरो के रास्ते से दिल को घायल कर देता हैI इश्क में घायल हुए दिल को फिर अपने यार के अपने प्यार के मिलन से ही चेन मिलता हैI इश्क के घायल हुए मरीज का दुनिया के डॉक्टर, वैध, हकीमों के पास कोई इलाज नही है I इश्क डंक बिछुवा का इससे राम बचाए, इसका इलाज नही कोई बस पिया मिलन से चेन आयेI इश्क नही है आसान बस आग का दरिया है और उसे डूब के पार करना है I या मत पूछो राहे इश्क की दुश्वारिया वोह ठोकरे लगी है के पत्थर उखड गयेI
इतनी मुश्किलें सहने के साथ सदियों से जमाना इश्क करने वालो का दुश्मन रहा है I कमबख्त जमाने के जालिमो ने इश्क फरमाने वालो पर कब रहम खाया है I कोई इश्क में मजनू तो कोई रांझा तो कोई महिवाल का दीवाना बना घूमता है I जमाने के लोगो ने हमेशा ही इश्क के सामने नफरत की दीवारे खड़ी करने व इश्क के मारे प्रिय और प्रियतमा को मिलने से रोका हैI सलीम की मोहब्बत में अनारकली जिन्दा दिवार में चिनवा दी गई, फिर भी आज तक इश्क करने वालो में कोई कमी नही आईI इश्क का एक रूप इश्क ए हकीकी और इश्क मजाजी भी है I परमात्मा के इश्क में डूबकर जब बंदा ईश्वर के प्यार प्रेम की चादर ओढ़ लेता है, तो व्यक्ति का सम्पूर्ण जीवन उसका व्यक्तित्व प्यार प्रेम बन जाता हैI
दुनिया के दुखी इंसानों को फिर इस प्रकार का व्यक्ति ईश्वर अल्लाह का दोस्त बनकर उनके दुखी दिलो के कष्टों का निवारण करके उन्हें सुखी बनाता हैI सत्य तो यही है कि इश्क से ना ईश्वर बचा है ना उसका बनाया हुआ आदमी बचा हैI परमात्मा के इश्क में जब बन्दा अपने जीवन में ही लीन हो जाता है, तो इश्क में एक मुकाम वो भी आता है जब प्रकृति के सारे रहस्यों से पर्दा उठा दिया जाता हैI जब इश्क से बन्दा लीन होकर में मैं ना रहा तू तू ना रहा में और तू मिलकर हम बन जाते हैI तब बन्दा अपनी आँखों से ईश्वर की लीला के अनेक प्रकार के रहस्यों का नजारा नित्य प्रतिदिन पल पल करता रहता हैI परमात्मा को भी अपने प्रिय भक्त बने अपने बन्दे की जुदाई एक घडी भी बर्दाश्त नही होती हैI जब परमात्मा को ही अपने प्रिय की जुदाई बेकरार करती है तो परमात्मा के बनाए हुए इंसान को भी अपने प्रिय की जुदाई क्यों स्वीकार होगीI
इश्क ईश्वर, अल्लाह की आवाज है, इश्क दिलो की पुकार हैI इश्क में बेकरार महिला पुरुष सदियों से जमाने से विरोध करके जमाने के कानूनों से बगावत करते है I कोई दीवाना बना है इश्क में तो कोई मंसूर बनकर फांसी के फंदे पर चढ़ गया, कोई सूफी बनकर इश्क में दुनिया दारी को छोड़ गया तो कोई इश्क को पाने के लिए कातिल बना जेल चला गया I आज भी इश्क करने वालो को जाती समाज के बंधन का मंजूर नही होते हैI इश्क अँधा, इश्क जुनून, इश्क बागी होता है I इश्क रजिया सुलतान को गुलाम से प्यार करा देता है I इश्क राजघराने की युवरानी को अपने ही कार चालक के बेटे से आँखों दो चार करा देता हैI समाज के बनाए जाती गोत्र की परवाह ना करके इश्क अपने ही समाज के बनाए नियमो की बगावत करके एक अदना से वाहन चालक के पुत्र की पुत्र वधु राजघराने की युवरानी को बना देता हैI यह दर्द वो है जिसकी तपिश में दुनिया का हर आदमी जलता है, पर जिसमे जमाने से बगावत करने की ताकत होती है जो व्यक्ति समाज और समाज के बनाये नियमो से टकरा जाता है, उनका प्यार बदनाम हो जाता है I प्यार में आत्मिक आनंद और शारीरिक आनंद दोनों होते है I कुछ व्यक्तियों को प्यार होता नही है, इनका मकसद प्यार के रास्ते आँखों से दिलो में उतर कर महज शरीर की भूख शांत करना होता हैI
प्यार के नाम पर सोदेबाजी भी होती है I आज समाज में चारो और रिश्ते नातो को निभाने में सोदेबाजी और अपने अपने नफे नुक्सान देखे जा रहे है I कलियुग के रिश्तो में प्यार की महक और भावनाओ की सुगंध की ताजगी लिए अपनेपन का अहसास अब कम ही देखने को मिलता हैI अब राजनेताओ का एकमात्र लक्ष्य अपना काम बनता भाड में जाए जनता ही रह गया हैI अब तो प्यार के बदले शरीर नोचना और व्यापार करना रह गया हैI पंजाबी कवी बुल्लेशाह ने कहा है कि इश्क मत कर फजीहत होगी तो बस अब प्यार का रूप भी क्रिकेट के टी-20 फोर्मेट की तरह आदान प्रदान हो गया है I देवताओ के राजा इंद्र के दरबार में वरुण अरुण नामक देवता भी रूप योवन के महकते हुए दरबार में मेहमान बनकर कामुक नजरो से अपनी आँखों से काम्नीय काया की महिलाओ की मनमोहिनी अदाओ का रस्वादन करते थेI सदियों से योवन के पुष्प गुच्छो से लदी मेनकाए त्यागी तपस्वी मुनियों की तपस्याए भंग करने में अपने शरीर को ही स्तेमाल करती रही है I नारी का शरीर नारी संसार की उत्पत्ति की जननी हैI
जगत जननी नारी के शरीर के भूगोल में जीवन दाई गंगोत्री में गोते लगाना काम वासना से ग्रसित व्यक्ति काम रहा हैI संसार में अनेक युद्ध महज नारी के अपमान या फिर सम्मान के कारण ही हुए है I हमारे देश में भी संयोगिता के अपहरण के कारण ही जयचंद ने मोहम्मद गोरी बादशाह को पृथ्वी चोहान से बदला चुकाने के लिए हमला करने हेतु आमंत्रण दिया था I नारी के लिए महाभारत देश विदेश में होते रहे हैI नारी के रूप की अद्भुत छटा देखने के लिए ही तो भाजपा सरकार का मंत्री लाल बत्ती लगी गाड़ी से रोज शास्त्री नगर पहुचता थाI इंद्र की सभा में नाचती हुई किसी कमनीय काया की धनि महिला के सुन्दर अधरों की प्यार भरी मुस्कराहट और उसके सुन्दर कपोलो पर कब किस अरुण ने अपने अधरों से रूप योवन की आरती कर डाली इसका किसी को क्या पता ? सुना है तीनो लोको की खबर रखने वाले कुछ नारद बने पत्रकारों ने शहर के शास्त्री नगर थाने में दर्ज परिवाद को आधार बना कर अपने चेनलो पर भाजपा मंत्री के प्रेम की वीर गाथा चला दी थी, जिसे तत्काल पंडित पुरोहिताई की पवित्रता की दुहाई देकर देकर रफा दफा कराया गया हैI
सुना है भाजपा एक तिलक छापा वाले मंत्री के द्वारा सुन्दर काया की धनि मेनका के शरीर पर की गई रूप योवन की आरती से मेनका बनी महिला का ससुर ही नाराज होकर थाने जा पंहुचाI यहाँ भी प्यार का दुश्मन बना ससुरा प्यार पर पहरे लगाने लगाI इस कारण महिला मेनका की राजनीती में आने की महत्कंक्षा पर वज्रपात हो गयाI बाबा बुल्लेशाह की कही अनुसार इश्क मत कर फजीहत होगीI भाजपा मंत्री की फजीहत सचिवालय से निकल कर शहर की गली गली हो रही हैI शायद सियासत में बदनाम ही नाम कमाते है इस कारण हम इसके बारे में पाठको तक और भी खोज खबर देते रहेंगे जो किसी बदनाम को भी नामवर बना देगीI