जयपुर

कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने किया पुलिस के समक्ष सरेंडर, और सीएम को लेकर कही ये बात

Shiv Kumar Mishra
11 May 2022 2:03 PM GMT
कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने किया पुलिस के समक्ष सरेंडर, और सीएम को लेकर कही ये बात
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Congress MLA Girraj Singh Malinga surrendered before the police: धौलपुर के बाड़ी में डिस्कॉम के AEN हर्षदापति से मारपीट के मामले में कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने बुधवार को जयपुर में सरेंडर कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे मलिंगा मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने गए थे। उसके बाद जयपुर कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के सामने सरेंडर करने के बाद मलिंगा ने कहा- मुख्यमंत्री के आदेश पर मैंने सरेंडर किया है। मलिंगा पहले CMR (चीफ मिनिस्टर रेजिडेंस) गए थे। उसके बाद जयपुर कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। पुलिस मलिंगा को लेकर धौलपुर के लिए रवाना हुई थी। शाम करीब सात बजे उन्हें धौलपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। उधर, उन्होंने कहा- DGP ने मुझे फंसाया है। मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। कानून इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगा।

मलिंगा ने मीडियोकर्मियों से कहा- सीएम के पास मैं गया था। उन्होंने कानूनी कार्रवाई में मदद करने के लिए कहा था। जयपुर कमिश्नर ने बताया कि धौलपुर में जांच अधिकारी के सामने मलिंगा को पेश किया जाएगा। शाम सात बजे धौलपुर सदर थाने विधायक पहुंच गए थे। वहां सीआईडी सीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश जैफ मौजूद थे। थाने के बाहर विधायक के समर्थकों की भीड़ जुट गई है।

मलिंगा ने कहा- DGP के कहने पर ही पुलिस ने गलत धाराएं मुझ पर लगाईं। DGP सजा नहीं दे सकता। कोर्ट सजा सुनाएगा। क्या हाथ-पैर तोड़ने में ही धारा 307 लग जाती है। घायल एईएन अपने ही बयान से बार-बार पलट रहा है। मैं फरार नहीं हुआ। मैं अपने आवास पर ही रह रहा था।

यह था विवाद 28 मार्च को धौलपुर के बाड़ी में गिर्राज सिंह मलिंगा अपने साथियों के साथ एक्सईएन कार्यालय गए थे। आरोप है कि AEN के साथ मारपीट की थी। गंभीर घायल AEN को जयपुर के SMS हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। AEN ने मलिंगा सहित अन्य के खिलाफ धारा 307 जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने अन्य 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें मलिंगा की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।

AEN हर्षदापति कांग्रेस नेता कैप्टन मुकेश वाल्मीकि का बेटा है। मुकेश वाल्मीकि साल 2003 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। इस मामले में DGP एम.एल. लाठर ने बाड़ी डीएसपी बाबूलाल मीणा और कोतवाल विजय कुमार मीणा को सस्पेंड कर दिया था।

MLA ने इस विवाद में DGP पर भी निशाना साधा था। मलिंगा ने कहा था कि 'डीजीपी मुझसे व्यक्तिगत दुश्मनी रखते हैं। मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीजेपी नेता जसवंत गुर्जर को डीजीपी सपोर्ट करते हैं। जसवंत गुर्जर डीजीपी को दामाद की तरह मानते हैं। 1996 में जसवंत गुर्जर ने मौजूदा डीजीपी को कार गिफ्ट की थी। डीजीपी के ससुर जसवंत गुर्जर के बिजनेस पार्टनर रहे हैं। संबंध निभाने के लिए अब मुझे फंसाने का षड्यंत्र किया जा रहा है।' जयपुर कमिश्नरेट में सरेंडर के दौरान विधायक ने इसी बात को फिर दोहराया।

कांग्रेस के चिंतन शिविर से ठीक पहले MLA मलिंगा का सरेंडर करना कुछ और ही इशारा करता है। पार्टी फजीहत होती देख सरेंडर करने का दबाव बनाया। पार्टी किसी भी तरह का विवाद नहीं चाहती थी, जिससे जनता को खराब मैसेज जाए। पिछले करीब डेढ़ महीने से मलिंगा का मामला सुर्खियों में था।

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