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राजस्थान में सट्टा बाजार ने बनाई कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार
शिव कुमार मिश्र
2 Aug 2018 10:24 PM IST

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राजस्थान की राजनीति के महासमर में अभी 4 महीने का वक्त शेष है. लेकिन सत्ता के सिंहासन पर कौन बैठेगा. किस पार्टी के पास वह जादुई आंकड़ा होगा. इन तमाम मुद्दों को लेकर अभी से प्रयास शुरू हो गए हैं. राजस्थान के सट्टा बाजार की मानें तो कांग्रेस अभी भाजपा से कहीं आगे है लेकिन कांग्रेस के भीतर चल रही कलह उसको भारी नुकसान पहंचा रही है.
राजस्थान का सट्टा बाजार जो अपने सटीक आकलन के लिए देशभर में जाना जाता है ने अभी से ही दोनों प्रमुख पार्टियों के भाव जारी कर दिए हैं. हालांकि इस आंकलन को देख कर कांग्रेस भले ही ऊपरी तौर पर खुशी जाहिर नहीं करें. लेकिन भीतरी तौर पर कांग्रेस नेताओं में अजीब सी स्फूर्ति जाग गई है.
राजस्थान कांग्रेस के मीडिया चेयरपर्सन अर्चना शर्मा का कहना है कि वे सट्टा बाजार के अनुमानों पर ज्यादा यकीन नहीं करते लेकिन यह सच है कि राजस्थान की जनता कांग्रेस को सत्ता में वापसी वापस लाने का पूरा मन बना चुकी है. जवाब में भाजपा के महामंत्री कैलाश मेघवाल का जवाब आया कि अभी खेल शुरु हुआ है आप देखिए आने वाले दिनों में कैसे पूरी तस्वीर बदलती है.
दरअसल सट्टा बाजार के लिहाज से राजस्थान एक ऐसा स्टेट है जहां पर चुनाव में बड़े पैमाने पर सट्टा लगता आया है. यहां तक कि अपने सटीक आकलन के लिए राजस्थान के फलौदी श्रीगंगानगर और शेखावटी के सेंटर जाने जाते हैं. ऐसे में भले ही नेता फौरी तौर पर इन अनुमानों को गंभीरता से नहीं ले रहे हों. लेकिन यह तय है अगर कोई बहुत बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम सट्टा बाजार के आकलन के आसपास ही रहने वाले है.
राजस्थान में कांग्रेस को 125 भाजपा को 63 सीटें मिलने का अनुमान
राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार की मानें तो आज की तारीख में कांग्रेस 123 से 125 सीटों के साथ सरकार बना रही है जबकि भाजपा के खाते में 61 से 63 सीटें ही आ रही है. यानी राजस्थान के सटोरिए कांग्रेस को जो फिगर दे रहे हैं वह जादुई बहुमत के 101 सीट से कहीं आगे है.
कांग्रेस के भीतर जिस तरीके से सेनापति पद को लेकर बयानबाजी का दौर चल रहा है और कांग्रेस कई खेलों में बढ़ती हुई नजर आ रही है इसका असर सट्टा बाजार पर भी दिखाई दे रहा है. पिछले 10 दिनों में कांग्रेस के भीतर जो कलह चल रही है उससे कांग्रेस की सीटों में गिरावट भी देखी गई है. यही सट्टा बाजार 10 दिन पहले कांग्रेस को 135 दे रहा था जो घटकर अब 125 रह गई है.
अभी सट्टा बाजार केवल कांग्रेस और भाजपा की सीटों को लेकर ही अपना आकलन रख रहा है. लेकिन आने वाले दिनों में विधानसभा वाइज क्या गणित रहने वाला है उस पर भी सट्टा लगेगा. इसके अलावा किस लीडर की लीडरशिप में कौन सी पार्टी कितनी सीटें हासिल कर सकती है और मुख्यमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार कौन होगा इस बात को लेकर भी बड़े पैमाने पर सट्टा लगेगा. सट्टा बाजार के जानकार मान रहे हैं कि इस बार राजस्थान विधानसभा के चुनाव पर 1000 करोड़ का सट्टा लगने का अनुमान है
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