जयपुर

Priyanka and Ghulam Nabi: प्रियंका व गुलाम नबी के नाम लगभग तय

महेश झालानी
31 March 2022 4:44 PM GMT
Priyanka and Ghulam Nabi: प्रियंका व गुलाम नबी के नाम लगभग तय
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वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का राज्यसभा में जाना लगभग तय होगया है । ये दोनों राजस्थान के जरिये राज्यसभा में जाएंगे या छतीसगढ़ के, इस बारे में उच्चस्तरीय विचार चल रहा है ।

अप्रेल से लेकर जुलाई तक राज्यसभा की 72 सीटें रिक्त होने जा रही है । रिटायर होने वालों को राज्यसभा के सभापति आर वेंक नायडू द्वारा आज रात्रि को अपने सरकारी आवास पर भोज दिया जा रहा है । इस मौके पर राज्यसभा के सदस्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे ।

राजस्थान से गुलाम नबी आजाद और प्रियंका गांधी को भेजा जा सकता है । प्रदेश में चार नेता ओम माथुर, केजे अल्फोन्स, रामकुमार वर्मा और हर्षवर्धन सिंह डूंगरपुर इसी जुलाई में रिटायर होने वाले है । संख्या के आधार पर कांग्रेस दो सीट आसानी से जीत जाएगी । तीसरी सीट भी वह जीतेगी अवश्य, लेकिन इसके लिए उसे तोड़फोड़ की जरूरत पड़ेगी ।

दिल्ली के सूत्र बताते है कि चुप्पी साधने के लिए गुलाम नबी आजाद से राज्यसभा की सीट के लिए सौदा हुआ है । वे जी-23 के नेता है । राज्यसभा में भेजने के वादे पर आजाद ने न केवल चुप्पी साध ली बल्कि सोनिया गांधी के नेतृत्व की खुलकर तारीफ की । आजाद द्वारा सुर बदलने के बाद जी-23 के सभी नेताओं ने रहस्यमय चुप्पी साध ली ।

सभी जानते है कि अशोक गहलोत और गुलाम नबी आजाद बहुत पुराने मित्र है । पहली बार मुख्यमंत्री की दौड़ के वक्त गुलाम नबी आजाद पर्यवेक्षक के तौर पर जयपुर आए थे । मुकाबला शिवचरण माथुर और गहलोत के बीच था । रायशुमारी से पहले ही गुलाम नबी आजाद ने गहलोत की तरफदारी करते हुए विधायक दल का नेता चुना दिया । उसी दोस्ती के आधार पर आजाद को गहलोत राज्यसभा में भेजने की तैयारी कर रहे है ।

इसी तरह सोनिया गांधी के इशारे पर प्रियंका को भी राज्यसभा भेजने की तैयारी पूरी कर ली है । अभी यह तय नही हुआ है कि ग़ुलाम नबी आजाद और प्रियंका गांधी में कौन राजस्थान या छतीसगढ़ से जाएगा । उधर एक सीट भाजपा को मिलना सुनिश्चित है । चर्चा है कि भाजपा रेल मंत्री पीयूष गोयल को भी अपना उम्मीदवार बना सकती है । इनका कार्यकाल भी जुलाई में समाप्त होने जा रहा है । ओम माथुर भी फिर से दावेदारी जता रहे है । ओमकार सिंह लखावत पिछली हार का मुआवजा मांग सकते है ।

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