धर्म-कर्म

कब मनेगी दीपवाली, जानिए शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि, उपाय से होगी धन सम्बन्धी समस्या दूर

Shiv Kumar Mishra
23 Oct 2022 9:23 AM GMT
कब मनेगी दीपवाली, जानिए शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि, उपाय से होगी धन सम्बन्धी समस्या दूर
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When will Diwali be celebrated, know the auspicious time of Deepawali, the method of worship of Deepawali, remedies on Deepawali, how money related problems will be overcome on Diwali, Deepawali, Deepawali news, Deepawali breaking news, Big news of Deepawali: प्रकाश का पर्व दिवाली इस साल कार्तिक अमावस्या यानी 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश के साथ-साथ मां सरस्वती, भगवान कुबेर की पूजा करने काविधान है। माना जाता है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी धरती में ही होती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।

कृष्ण पक्ष की अमावस्या- 24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट से शुरू होकर 25 अक्टूबर शाम 4 बजकर 18 मिनट तक

प्रदोष व्रत पूजा- 24 अक्टूबर शाम 5 बजकर 50 मिनट से रात 8 बजकर 22 मिनट तक

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 24 अक्टूबर शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक

अभिजीत मुहूर्त- 24 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 19 मिनट से दोपहर 12 बजकर 05 मिनट तक

अमृत काल मुहूर्त - 24 अक्टूबर को सुबह 08 बजकर 40 मिनट से 10 बजकर 16 मिनट तक

विजय मुहूर्त- 24 अक्टूबर दोपहर 01 बजकर 36 मिनट से 02 बजकर 21 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त- 24 अक्टूबर शाम 05 बजकर 12 मिनट से 05 बजकर 36 मिनट तक

हम आपको दीपावली पर कुछ ऐसे उपाय बता रहे है जिन्हें करने से आप पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.

दीपावली पर हनुमान जी को एक मीठा पान का भोग लगावें, इस दिन आप गरीब, जरूरतमंद, अपंग, विकलांग, अपने स्टॉफ आदि को गिफ्ट, मिठाई, वस्त्र, दक्षिणा अपनी श्रद्धानुसार अवश्य दें, दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदें एवं उसी से सफाई करें, एक नई झाड़ू खरीद कर किसी भी मंदिर में दान करें,दिवाली के दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए, ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष शांत हो जाते हैं, अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं, यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए, ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए,दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए, रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है।

यदि संभव हो सके तो दीवाली वाले दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं, इस पुण्य कर्म से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं,दीपावली पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें,जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा एवं साबुत सफ़ेद चावल के कुछ दाने भी अर्पित करें,लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें, सुपारी पर कलावा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें, साथ ही आप हल्दी की गांठ, पीली कौड़ी, गौमती चक्र, शंख आदि को पूजा में शामिल कर सकते है इससे आपको निश्चित ही माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी, पूजन के उपरांत सभी सामग्री को पूजा स्थल अथवा लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें.

आप सभी की दीपावली शुभ हो.

ज्योतिषाचार्य डॉ0 गौरव कुमार दीक्षित

Mob- 8881827888

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