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बर्थडे स्पेशल : बचपन में बैडमिंटन नहीं खेलना चाहती थीं साइना नेहवाल
Special News Coverage
17 March 2016 12:10 PM GMT
नई दिल्ली : भारत की महिला बैडमिंटन खिलाडी साइना नेहवाल आज 27 साल की हो गई है। साइना का आज 27वां जन्मदिन है। साइना का जन्मदिन 17 मार्च 1990 को हरियाणा के हिसार में हुआ। बैडमिंटन के क्षेत्र में साइना ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जो उनसे पहले कोई भारतीय महिला खिलाड़ी हांसिल नही कर पाईं।
लेकिन हम आज आपको साइना के 27वे जन्मदिन पर उनके जीवन से जुडी कुछ बाते बताने जा रहे है जिनके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी। साइना के जन्म के बाद उनकी दादी ने करीब एक महीने तक उनका चेहरा नहीं देखा था। क्योकि साइना की दादी चाहती थीं कि उनके घर पोता पैदा हो, लेकिन बेटी के जन्म से दादी नाराज हो गई थीं।
साइना नेहवाल बचपन में बैडमिंटन नहीं खेलना चाहती थीं, उनका फेवरेट गेम कराटे था। कराटे में वो कई प्रतियोगिताएं की विजेता भी रही, लेकिन 8 साल की उम्र में काफी मेहनत करने के बाद भी उनका शरीर कराते के लिए फिट नहीं हो पा रहा था, इसलिए मजबूरन उन्हें कराटे को छोड़ना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपने मम्मी-पापा के फेवरेट गेम बैडमिंटन को सिखना शुरू कर दिया। साइना नेहवाल अपने बैडमिंटन करियर में अभी तक 21 टाइटल्स जीत चुकी हैं। साइना नेहवाल 2015 में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन की रैंकिंग में नंबर 1 पर रह चुकी हैं, फिलहाल उनकी रैंकिंग नंबर 3 है।
सायना इस वक्त स्विट्जरलैंड के बासेल में स्विस ओपन में हिस्सा ले रही हैं। वे 2011 और 2012 में इस खिताब को जीत चुकी हैं। सायना से उनके जन्मदिन पर आईएएनएस ने ई-मेल साक्षात्कार में कुछ खास सवाल पूछे जिनका संबंध उनके खेल के साथ साथ परिवार और उनकी पसंद-नापसंद से था।
उनसे पूछा गया कि वे अपने इस जन्मदिन को कैसे मनाएंगी, तो उन्होंने कहा कि मैं बासेल में स्विस टूर्नामेंट में खेल रही हूं, तो सबसे पहले मैं इसे जीतना चाहूंगी। स्विस ओपन का आयोजन हर साल मार्च में ही होता है और इस दौरान सायना यहां प्रतियोगिता में व्यस्त रहती हैं। उन्होंने बताया कि स्विट्जरलैंड में उनके शुभचिंतक और प्रशंसक केक बांटकर उनका जन्मदिन मनाते हैं।
अपने अब तक मनाए गए जन्मदिन पर मिले सबसे बेहतरीन तोहफे के बारे में सायना ने कहा कि हैदराबाद और बेंगलुरु में बैडमिंटन अकादमी के खिलाडियों का प्यार मिलना मेरे लिए सबसे बड़ा तोहफा है। सायना के नाम ऐसी कई उपलब्धियां हैं जिससे उन्होंने स्वयं को ही नहीं बल्कि भारत को भी अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में एक नई पहचान दिलाई है।
अपने जन्मदिन पर अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों के लिए सायना ने अपने संदेश में कहा कि आप जो भी काम कर रहे हैं, कृपया उसे लेकर ईमानदार रहें और अपनी क्षमता के अनुसार बेहतरीन काम करने की कोशिश करें।
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