- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
भोजशाला विवादः तनाव बरकरार, पूजा समिति ने बाहर शुरू किया हवन
Special News Coverage
12 Feb 2016 6:37 AM GMT
धार
वसंत पंचमी के मौके पर मध्य प्रदेश के धार में पूजा और नमाज को लेकर तनाव बरकरार है। भोजशाला में पूरे दिन अखंड पूजा पर अड़े हिंदू संगठन और पूजा समिति ने भोजशाला के बाहर हवन करना शुरू कर दिया है। जबकि शहर काजी ने प्रशासन से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षित नमाज की मांग की है।
भोजशाला में अलग से पूजा करने की इजाजत नहीं मिलने से नाराज पूजा समिति के लोगों ने बाहर हवन करना शुरू किया। दोपहर बाद वहां पर नमाज भी होनी है। किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए 10 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
एएसआई के आदेश के मुताबिक हिंदुओं को भोजशाला दिन में 12 से साढ़े तीन बजे तक खाली करनी पड़ेगी. जबकि शहर काजी ने सरकार पर उनके समुदाय से बात नहीं करने का आरोप लगाया है। प्रशासन ने धार को छावनी में तब्दील कर दिया है और ड्रोन कैमरों से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने किया रिहर्सल
इन सब के बीच किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए धार की भोजशाला में गुरुवार को पुलिस के अधिकारीयों ने रिहर्सल की। शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं। हालांकि, भोज उत्सव समिति ने सरकार को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि वो तो पूरे दिन अखंड पूजा करेंगे। समति के महामंत्री हेमंत दोराया ने कहा कि यदि सरकार नमाज करवाएगी तो कोई भी हिंदू अंदर प्रवेश नहीं करेगा।
धार में दो समुदायों के बीच बढ़ा विवाद
वसंत पंचमी के मौके पर मध्य प्रदेश के धार में पूजा और नमाज को लेकर तनाव बरकरार है। भोजशाला में पूरे दिन अखंड पूजा पर अड़े हिंदू संगठन और पूजा समिति ने भोजशाला के बाहर हवन करना शुरू कर दिया है। जबकि शहर काजी ने प्रशासन से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षित नमाज की मांग की है।
भोजशाला में अलग से पूजा करने की इजाजत नहीं मिलने से नाराज पूजा समिति के लोगों ने बाहर हवन करना शुरू किया। दोपहर बाद वहां पर नमाज भी होनी है। किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए 10 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
एएसआई ने दिया है भोजशाला खाली करने का आदेश
एएसआई के आदेश के मुताबिक हिंदुओं को भोजशाला दिन में 12 से साढ़े तीन बजे तक खाली करनी पड़ेगी. जबकि शहर काजी ने सरकार पर उनके समुदाय से बात नहीं करने का आरोप लगाया है। प्रशासन ने धार को छावनी में तब्दील कर दिया है और ड्रोन कैमरों से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने किया रिहर्सल
इन सब के बीच किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए धार की भोजशाला में गुरुवार को पुलिस के अधिकारीयों ने रिहर्सल की। शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं। हालांकि, भोज उत्सव समिति ने सरकार को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि वो तो पूरे दिन अखंड पूजा करेंगे। समति के महामंत्री हेमंत दोराया ने कहा कि यदि सरकार नमाज करवाएगी तो कोई भी हिंदू अंदर प्रवेश नहीं करेगा।
उधर, पुलिस धार में हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रख रही है। आईजी दिलीप आर्य ने बताया कि नमाज और पूजा के आयोजन के लिए 10000 से ज्यादा पुलिस बल तैनात किए गए हैं। भोजशाला के आसपास 150 मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और कैमरे से नजर रखी जा रही है।
'भोजशाला न तो मंदिर है न ही वहां कोई मूर्ति'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि भोजशाला में जहां वर्षों से नामज पढ़ी जाती है, वहां न तो कोई मंदिर है और न ही कोई मूर्ति। फिर वीएचपी और दूसरे हिंदू संगठन वहां किस आधार पर पूजा की बात कर रहे हैं।
Special News Coverage
Next Story