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98 बच्चों की मां बनी राजस्थान बाल आयोग की अध्यक्ष

जयपुर : राजस्थान सरकार ने राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग का नया अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी को नियुक्त किया है। मनन अभी तक 98 अनाथ बच्चों को गोद भी ले चुकी है और सभी की शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य का ध्यान मनन खुद रखती है। मनन चतुर्वेदी कई वर्षों से बाल अधिकारों और अनाथ बच्चों के लिए काम कर रही हैं।
मनन ने पहला बच्चा 17 साल पहले गोद लिया था जो अभी 19 साल को हो चुका है और उसके तीन जैविक बच्चों के साथ छात्रावास-सह-घर में रह रहा है। मनन की ‘सुरमन संस्थान’ नामक संस्था में सैंकड़ों बेघर और लावारिस बच्चे रहते हैं।
चौंकिएगा नहीं, मनन कई वर्षों से अनाथ बच्चों के लिए काम कर रही हैं और अब तक 98 लावारिस बच्चों को गोद ले चुकी हैं। खुद मनन अपने आपको इन बच्चों की मां कहती हैं।
तीन साल के लिए बनीं अध्यक्ष :
महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश श्रीवास्तव ने बुधवार को मनन के मनोनयन की जानकारी साझा की। श्रीवास्तव के अनुसार, मनन का कार्यकाल कार्य ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष के लिए रहेगा।
मनन बताती हैं कि मुझे ऐसा ख्याल उस वक्त आया जब मैंने सड़क पर बिना कपड़े के कचरा बीनती एक बच्ची देखी। उन्होंने बताया कि उस दिन से मैंने अपने करियर के लिए चुना हुआ क्षेत्र बदला और इस नेक काम की तरफ आगे बढ़ गई। अब मनन का बड़ा प्रॉजेक्ट 2,500 बेघर बच्चों के लिए सीकर रोड पर घर बनाना है।
मनन की दो बेटियां और एक बेटा भी मनन के साथ उसी घर में रहते हैं जहां अनाथ बच्चे रहते हैं। मनन के अनुसार वे अपने और इन बच्चों में कोई भेद नहीं रखती। मनन इस साथ को ‘संयुक्त परिवार’ का नाम देती हैं।
उन्होंने बताया कि इस तरह का काम उन्हें अपार ऊर्जा और संतुष्टि देता है। वह कहती हैं कि मैं राजस्थान के लोगों को आश्वासन देती हूं कि मैं बच्चों के विकास और सुधार में बदलाव लाकर रहूंगी।
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