- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
एनआईटी श्रीनगर में जबरदस्त सुरक्षा, हर दो स्टूडेंट्स पर तैनात है एक जवान
Special News Coverage
8 April 2016 5:52 AM GMT
श्रीनगर : श्रीनगर नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (एनआईटी) में स्थानीय और बाहरी छात्रों के बीच विवाद और लाठीचार्ज के बाद कैंपस में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती कर दी गई है। पैरामिलिटरी की 5 कंपनियों के 600 जवान एनआईटी की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिए गए हैं। जबकि एनआईटी में कुल स्टूडेंट्स की तादाद करीब 1500 है।
इस हिसाब से हर दो छात्रों पर कमोबेश एक जवान की तैनाती की गई है। इस आंकड़े के हिसाब से देखें तो एनआईटी श्रीनगर भारत का सबसे ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती वाला कैंपस हो गया है। कैंपस में लोकल पुलिस की उपस्थिति नहीं दिख रही है। स्थानीय पुलिस पर ही बाहरी छात्रों के लिए भेदभाव बरतने और उनके ऊपर लाठीचार्ज का आरोप है।
पहले कैंपस में सीआरपीएफ की दो कंपनियां तैनात की गई थीं। बाद में झड़प होने पर सशस्त्र सीमा बल की तीन कंपनियों की भी तैनाती की गई। टी-20 वर्ल्ड कप में वेस्ट इंडीज के हाथों भारत की हार के बाद स्टूडेंट्स के एक गुट के कथित तौर पर खुशी जताने के बाद कैंपस में झड़प हो गई थी।
एनआईटी भारत का शायद ऐसा पहला कैंपस है जिसकी सुरक्षा पैरामिलिटरी के हवाले की गई है। सूत्रों का कहना है कि कैंपस में पैरामिलिटरी की तैनाती नियमित तौर पर भी की जा सकती है। कैंपस में राज्य के बाहर के अधिक छात्रों की मौजूदगी की वजह से यह चरमपंथियों के निशाने पर हो सकता है। भविष्य में भी यहां हिंसा भड़कने की आशंका के मद्देनजर कैंपस को पैरामिलिटरी के हवाले किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नैशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि आरएसएस के आदेश पर ही कैंपस में पैरामिलिटरी फोर्स की तैनाती की गई है। उनका कहना है कि संघ ने ही स्थानीय पुलिस के पक्षपाती होने का आरोप लगाया था।
इस बीच, छात्रों पर पुलिस की कथित कार्रवाई की जांच के लिए सरकार के जांच दल बनाए जाने के फैसले ने उसके लिए ही मुसीबत पैदा कर दी है। पीडीपी के मुजफ्फर बेग ने पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को इसपर चेताया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सीएम से बात की है।
नवरात्रों के पहले दिन एनआईटी आज बंद है लेकिन छात्र एनआईटी के अंदर ही शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को पैंथर पार्टी ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन किया था तो कई राजनीतिक दल महबूबा सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। यही नहीं पीड़ित छात्रों ने एनआईटी शिफ्ट करने की मांग की है।
इधर प्रदेश सरकार ने हॉस्टल के छात्रों और उनके अभिभावकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। प्रदेश शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने इस बात से इनकार किया है कि ये मामला सुरक्षा से जुड़ा है। उनका कहना है कि ये एक प्रशासनिक मामला है और जल्द ही इसका हल निकल आएगा।
Special News Coverage
Next Story