- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
अन्नाद्रमुक की सातवीं बार महासचिव चुनी गयीं जयललिता
Special News Coverage
31 Dec 2015 8:23 AM GMT
चेन्नई : अन्नाद्रमुक की जेनरल कौंसिल मीटिंग में आज जे जयललिता को सातवीं बार पार्टी का महासचिव चुन लिया गया है। इस बैठक में 14 प्रस्तावों को पास किया गया, जिनमें से एक प्रस्ताव यह भी है कि भारत का विदेश मंत्रालय श्रीलंका की सरकार से मछुआरों के मुद्दे पर बात करे। बैठक में अन्नाद्रमुक ने आज पार्टी महासचिव और मुख्यमंत्री जे जयललिता को चुनाव संबंधी सभी फैसले लेने के लिए अधिकृत कर दिया। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
Visuals of AIADMK's general council meeting in Chennai (Tamil Nadu). pic.twitter.com/U0yBxVWZPd
— ANI (@ANI_news) December 31, 2015
पार्टी की शीर्ष नीति नियंता ईकाई आम परिषद ने इस संबंध में यहां एक प्रस्ताव पारित किया। प्रेसिडियम चेयरमैन ई मधुसूदन द्वारा पेश और आम परिषद के सदस्यों द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव में कहा गया है। ‘‘ वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक की जीत सुनिश्चित करने के लिए यह आम परिषद पार्टी महासचिव अम्मा को चुनाव संबंधी सभी फैसले लेने के लिए अधिकृत करती है।'
पार्टी सदस्यों ने वर्ष 2011 से राज्य में हुए सभी चुनावों में अन्नाद्रमुक की जीत सुनिश्चित करने के लिए भी जयललिता के प्रयासों की सराहना की और लगातार जीत का श्रेय मुख्यमंत्री की राजनीतिक सूझबूझ को दिया।
Special News Coverage
Next Story