- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
सलाम : जिस कोर्ट के बाहर पिता बेचते थे चाय, अब उसी कोर्ट में जज बनी बेटी
Special News Coverage
30 Dec 2015 7:38 AM GMT
नई दिल्ली : जालंधर के नाकोदर जिला अदालत में चाय की दुकान चलाने वाले सुरेंद्र कुमार ने कभी सोचा भी नहीं था कि जिंदगी भर जिस जगह उन्होंने लोगों को चाय पिलाई उसी जगह एक दिन उनकी बेटी जज बनकर लोगों की फरीयादें सुनेगी।
हर पिता की तरह सुरेंद्र कुमार का भी सपना था कि उनकी बेटी जिंदगी में कुछ बड़ा मुकाम हासिल करे और उन्हें उसपर गर्व हो लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी उसी कोर्ट में जज बनकर आएगी जिसके परिसर के बाहर वो बरसों से लोगों को चाय पिला रहे हैं।
सुरेंद्र कुमार की 23 साल की बेटी श्रुति ने पंजाब सिविल सर्विस (न्यायिक) परीक्षा को पहले ही प्रयास में पास कर लिया और अब वो एक करीब 1 साल की ट्रनिंग के बाद उसी कोर्ट में बतौर जज बनकर जाने के लिए तैयार है जिसके बाहर उसके पिता चाय की दुकान चलाते हैं। इससे पहले श्रुति ने गुरू नानक देव विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया और फिर पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की।
अपनी इस कामयाबी पर श्रुति ने कहा कि ये उनके लिए किसी सपने के पूरे होने जैसा है। उन्होंने कहा कि न्यायायिक पेशा उन्हें शुरू से पसंद था और वो हमेशा से जज बनना चाहती थीं।
मंगलवार को कुछ स्थानीय लोगो ने श्रुति के लिए एक सम्मान सभा का आयोजन किया जहां भाजपा के राज्यसभा सांसद और उपाध्यक्ष अवनीश राय खन्ना ने श्रुति का सम्मान करते हुए उन्हें पंजाब की शान के खिताब से नवाजा।
Special News Coverage
Next Story