- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
दादरी कांड : अब अखलाक का परिवार नहीं चाहता CBI जांच
Special News Coverage
7 Dec 2015 5:05 AM GMT
लखनऊ : 28 सितंबर को हुए दादरी कांड में भीड़ के हाथों मारे गए अखलाक का परिवार घटना की सीबीआई जांच नहीं चाहता है। रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का शुक्रिया अदा करने पहुंचे अखलाक के परिवार ने यूपी पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा जताते हुए इस घटना की जांच सीबीआई को गैरजरूरी बताया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मुलाकात के दौरान परिवार ने राज्य सरकार द्वारा इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई पर संतोष जताया। उल्लेखनीय है कि इखलाक के घायल पुत्र का सरकारी खर्चे पर इलाज कराने के अलावा राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 45 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी थी।
इससे पहले एक दिसंबर को असहिष्णुता पर लोकसभा में बहस के दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि असहिष्णुता के आरोपों की जड़ में दरअसल दादरी कांड ही है। अगर यूपी सरकार चाहे और सिफारिश करे तो घटना की जांच सीबीआई को सौंपी जा सकती है। राजनाथ के इस बयान के बाद से गेंद यूपी सरकार के पाले में आ गई थी।
माना जा रहा है कि अखलाक के परिवार के जरिए सीबीआई जांच को गैर जरूरी कहलवा कर सीएम अखिलेश यादव ने दादरी मामले के दोबारा तूल पकडऩे की अटकलों को विराम लगा दिया है।
हालांकि अखलाक के परिवार की मुख्यमंत्री से दो बार मुलाकात करा चुके समाजवादी पार्टी के एमएलसी आशू मलिक इस मुलाकात को राजनीति से परे बताते हैं।आशू मलिक ने कहा दरअसल दानिश जब से अस्पताल से बाहर आया था वो तभी से चाहता था कि वो खुद अखिलेश यादव से मिल कर उनका शुक्रिया अदा करे।
इसलिए अखलाक का परिवार सीएम अखिलेश से मिलने आया था। जहां तक की सीबीआई जांच की बात उठाई जा रही थी तो उन्होंने बिल्कुल साफ कर दिया कि उन्हें सरकार और पार्टी पर पूरा भरोसा है। उन्हें अब कोई और जांच नहीं चाहिए।
Special News Coverage
Next Story