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क्या मुजफ्फरनगर की पुनरावृत्ति सहारनपुर सेः मस्जिद को लेकर कैलाशपुर में तनाव पूर्ण शान्ति

Special News Coverage
4 March 2016 5:07 AM GMT
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सहारनपुर
मस्जिद निर्माण को लेकर कैलाशपुर गांव की शत्रुघन पुरम कालोनी में पैदा हुआ साम्प्रदायिक विवाद प्रशासनिक सजगता से शान्त हो गया है। जिलाधिकारी पवन कुमार एवं एसएसपी आर.पी.एस. यादव ने घटना स्थल का दौरा कर मौके पर पुलिस व पीएसी बल तैनात कर दिया है।


बजरंग दल के महानगर प्रभारी व भाजपा नेता साहब सिंह पुण्डीर ने कैलाशपुर पर प्रकरण को लेकर आज जिलाधिकारी से वार्ता की। उधर कांग्रेस के पूर्व विधायक इमरान मसूद भी इस मामले को लेकर पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के सम्पर्क में है। कैलाशपुर प्रकरण को लेकर हालांकि दोनों पक्षो मे समझौता हो चुका है, परन्तु भाजपा नेता राजनीतिक स्वार्थ की खातिर हवा देने में लगे है।


गांव कैलाशपुर के ग्रामीणों का आरोप है कि थानाध्यक्ष गागलहेड़ी की लापरवाही से यह छोटा सा मामला सियासी नेताओं ने बड़ा बना दिया है।वर्तमान समय में गावं में शानित बनी हुई है। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी पूरे मामले पर निगाह रखे हुए है, परन्तु मुस्लिम समुदाय में थानाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा की कार्य प्रणाली को लेकर रोष व्याप्त है।

प्रसाशन हुआ सख्त
शत्रुघन कालोनी में निर्मित मकान की प्लाट में रजिस्ट्री करने वाले अनुज अग्रवाल कालोनाइजर पुत्र सुशील अग्रवाल पर हल्का दरोगा ने एनएसए की धारा 153ए में वाद दर्ज किया है जिसमें 90 अन्य भी अभियुक्त बनाये गए है।


कोलोनाइज़र के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में रिर्पोट दर्ज
कैलाशपुर में शत्रुघन कालोनी काटने वाले कोलोनाइजर अनुज अग्रवाल ने कालोनी के मुख्य द्वार के बराबर में बनाये गए मकान का बैनामा प्लाट के रूप मे 8 जनवरी 2016 को मुतवल्ली मस्जिद सरताज अली के नाम पर किया गया जबकि सम्बन्धित उपनिबन्धक ने नोटो की चमक में उनकी आंखो की रोशनी छीन ली और जब उक्त मकान का लिण्टर ढाई फुट ऊपर उठाकर उसे मस्जिद की शक्ल देने का प्रयास किया तो शत्रुघन कालोनी वासियों ने इसका विरोध किया और पुलिस प्रशासन ने उक्त मस्जिद के लिए बाहर से अन्य रास्ता देने की बात तय करके मामले को जैसे तैसे निपटाया और भारी संख्या में पुलिस एवं पीएसी तैनात कर दी। गत रात्री थना गागलहेडी में तैनात हल्का दरोगा रघुराज सिंह की रिर्पोट पर अनुज अग्रवाल सहित 90 अन्य के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा 153ए में मुकदमा दर्ज किया है।



वही मुख्य आरोपी की गिरफतारी के प्रयास भी तेज कर दिया गया है। दो प्रमुख समाचार पत्रों के संवाददाताओं के संरक्षण में स्वयं को सुरक्षित समझ रहा अनुज अग्रवाल अपने विरूद्ध संगीन धारा मे वाद दर्ज हो जाने के बाद से भूमिगत हो गया है। यह भी बताया गया है कि उक्त मामले में राजस्व चोरी कर संज्ञान आ जाने के बाद अपर जिलाधिकारी वित्त सैय्यद निजामुद्दीन की ओर से नोटिस जारी किया गया है और उस दिशा में भी प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी है, जिससे उक्त प्रकरण मंे अब राजनीतिक सरगर्मिया भी तेज हो गयी है। और उक्त प्रकरण को मतो के ध्रुवीकरण के लिए भी मामले को तूल देने की कोशिश हो रही है। वहीं पुलिस प्रशासन के साथ खूफिया तंत्र की सक्रियता भी बढ़ी है। इस सम्बंध में जब अनुज अग्रवाल से उसका पक्ष जानने के प्रयास किए तो उनका कहना था कि अब तो पुलिस ही पूछताछ करेगी और उसे ही जवाब दिये जायेंगे।
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