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मैं अपने शब्द वापस लेता हूं… हिंदू लड़कियों पर दिए बयान पर बदरुद्दीन अजमल ने मांगी माफी

Arun Mishra
3 Dec 2022 10:38 AM GMT
मैं अपने शब्द वापस लेता हूं… हिंदू लड़कियों पर दिए बयान पर बदरुद्दीन अजमल ने मांगी माफी
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बदरुद्दीन अजमल के इस बयान की आलोचना करते हुए बीजेपी ने कहा कि उन्हें इस तरह की घटिया बयानबाजी से बचना चाहिए.

असम के सांसद बदरुद्दीन अजमल ने अपने बयान के लिए माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि उनका किसी की भावना को आहत करने का इरादा नहीं था. अजमल ने शुक्रवार को एक बड़ा ही हैरान करने वाला बयान दिया था. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के आबादी बढ़ाने वाले फॉर्मूले के आधार पर हिंदुओं को भी अपनी बेटियों की शादी कम उम्र में करनी चाहिए. देश की बढ़ती आबादी के बीच सांसद अजमल की उनके इस तरह के बयान के लिए काफी आलोचना हुई.

क न्यूज एजेंसी के मुताबिक बदरुद्दीन अजमल ने शनिवार को माफी मांगते हुए कहा, अगर मेरे शब्दों से किसी की, जाति और समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं. बदरुद्दीन अजमल ने कहा, मेरा किसी जाति और समुदाय की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था." उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के बारे में सभी को सोचना होगा.

'उपजाओ जमीन पर बोने से अच्छी फसल होती है…'

ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईडीयूएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने शुक्रवार को कहा कि हिंदुओं को मुस्लिम फार्मूला अपनाना चाहिए और अपने बच्चों की शादी कम उम्र में कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि (हिंदू) शादी से पहले एक दो या तीन अवैध पत्नियां रखते हैं, वे बच्चे पैदा नहीं करते हैं, मौज-मस्ती करते हैं और पैसा बचाते हैं…"

अजमल यहीं नहीं रुके. मुस्लिम आबादी बढ़ने के दावों के बारे में पूछे जाने पर एआईडीयूएफ प्रमुख ने कहा, "40 साल की उम्र के बाद वे माता-पिता के दबाव में शादी कर लेते हैं … इसलिए, कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि वे 40 के बाद बच्चे पैदा करेंगे? यदि आप उपजाऊ जमीन में बोते हैं तभी आप अच्छी फसल पैदा कर सकते हैं. तब विकास होगा. 22, 18-20 साल में लड़कियों की शादी करा दो फिर देखो कितने बच्चे पैदा होते हैं…"

बदरुद्दीन अजमल के इस बयान की आलोचना करते हुए बीजेपी ने कहा कि उन्हें इस तरह की घटिया बयानबाजी से बचना चाहिए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के एक नेता ने कहा कि इस तरह के बयानों को हिंदू बर्दाश्त नहीं करेंगे. बीजेपी एमएलए डी कलिता ने कहा कि अगर उन्हें यही सब करना है तो बांग्लादेश चले जाएं. यहां ये सब करने की उन्हें कोई जरूरत नहीं. हिंदू ये सब बर्दाश्त नहीं करेंगे. आप मुस्लिम हैं और हम हिंदू. यह देश भगवान राम और सीता का है. यहां बांग्लादेशियों के लिए कोई जगह नही हैं.

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