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केरल में बारिश का कहर जारी - अभी तक 26 लोगों की मौत

Anonymous
10 Aug 2018 5:56 AM GMT
केरल में बारिश का कहर जारी - अभी तक 26 लोगों की मौत
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केरल में लगातार बारिश से मरने वालो की संख्या 26 हो गई है स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई इलाको में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है .

नई दिल्ली : केरल में बुधवार रात से जारी भारी बारिश के कारण इडुक्की जिले और उत्तरी हिस्से में कई जगह भूस्खलन हुआ जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। उधर, सीएम पी. विजयन ने सूबे में स्थिति को अत्यंत विकट बताया है। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने स्थिति को काफी विकट करार दिया है।इडुक्की जलाशय से पानी छोड़ने से पहले अलर्ट : एशिया के सबसे बड़े अर्ध चंद्राकार बांध इडुक्की जलाशय से पानी छोड़े जाने से पहले रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार ने बताया कि राज्य में पिछले दो दिनों में दस हजार से अधिक लोगों को 157 राहत शिविरों में भेजा गया है। सरकार ने लोगों से कहा है कि राज्य के ऊपरी इलाकों और बांध वाले इलाकों में नहीं जाएं।

बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना तैनात : सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया बल को इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड और मलप्पुरम जिले के प्रभावित इलाकों में राहत अभियान में प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैनात किया गया है। नेवी की ओर से दक्षिणी नवल कमांड ने वयानड में फंसे लोगों को बचाने के लिए चार टाइविंग टीमें और एक सी किंग हेलिकॉप्टर भेजा है।

रेलवे ट्रैक को भी नुकसान : भारी बारिश के चलते बुधवार को कांजीकोड और वालायर के बीच रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है। इस रूट पर रेल सेवाएं रोक दी गईं हैं। डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) और अन्य अधिकारियों ने यहां का दौरा भी किया। इस रूट को पर ट्रैक को ठीक करने का काम जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही इसे शुरू किया जा सकेगा।

अमेरिका ने भी चेताया : अमेरिका ने एक परामर्श जारी कर अपने नागरिकों से कहा कि वह बारिश और बाढ़ से जूझ रहे केरल की यात्रा पर जाने से बचें।परामर्श में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून के कारण राज्य में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में अमेरिकी नागरिकों को राज्य के सभी प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा करने से परहेज करना चाहिए। इसमें कहा गया है कि केरल में भूस्खलन और बारिश के कारण आने वाली बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें।

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