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Twitter ने मानी गलती, अपनी वेबसाइट से हटाया भारत का गलत नक्शा, J&K और लद्दाख को दिखाया था अलग

Arun Mishra
28 Jun 2021 5:09 PM GMT
Twitter ने मानी गलती, अपनी वेबसाइट से हटाया भारत का गलत नक्शा, J&K और लद्दाख को दिखाया था अलग
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ट्विटर की वेबसाइट से इस गलत नक्शे को हटा दिया गया है...

नई दिल्ली : सोशल मीडिया साइट ट्विटर (Twitter) ने अपनी वेबसाइट से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग देश दिखाने वाला भारत का गलत नक्शा हटा दिया है. दरअसल आज 'Tweep Life' पर दिखने वाले नक्शे में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाया जा रहा था जिसके बाद ट्विटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठने लगी थी. हालांकि अब बताया जा रहा है कि ट्विटर की वेबसाइट से इस गलत नक्शे को हटा दिया गया है.

ये मामला ऐसे समय में सामने आया जब ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच पहले से कई विवाद चल रहे हैं. ऐसे में इन मामले नए विवाद को हवा दे दी.सूत्रों की मानें तो भारत सरकार देश का गलत मानचित्र दिखाने को लेकर ट्विटर पर सख्त कार्रवाई कर सकती है. जानकारी के मुताबिक ट्विटर को वित्तीय दंड का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा इसके अधिकारियों को सात साल की जेल और आईटी नियमों की धारा 69 ए के तहत अवरुद्ध भी किया जा सकता है.

इससे पहले भी एक बार ट्विटर को देश का गलत मैप दिखाने को लेकर चेतावनी दी गई थी. सरकार ने कहा था कि ये देश की संप्रभुता और अखंडता से जुड़ा मामला है. केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लेह को चीन का हिस्सा दिखाने पर ट्विटर को चेतावनी दी थी.

रविशंकर प्रसाद का अकाउंट कर दिया था ब्लॉक

इससे पहले ट्विटर ने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट ब्लॉक कर दिया था. ट्विटर ने अमेरिकी कानून का हवाला देकर कानून मंत्री का एकाउंट ब्लॉक किया था. ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्र सरकार ट्विटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है.

ट्विटर ने लगभग 35 ट्वीट्स को रोका

इससे पहले ट्विटर ने भारत सरकार के कानूनी अनुरोध के बाद लगभग 35 ट्वीट्स को रोक' था. लुमेन डेटाबेस पर उपलब्ध सूचना से यह जानकारी मिली है. सूचना के अनुसार ट्विटर को 21 जून को भारत सरकार से 37 ट्वीट्स के खिलाफ कानूनी अनुरोध मिले थे. चूंकि ट्वीट को रोक दिया गया है, अत: उसमें कही गई बातों को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सकता.

लुमेन डेटाबेस एक स्वतंत्र शोध परियोजना है जो ऑनलाइन सामग्री पर रोक संबंधित कानूनी आदेशों का अध्ययन करती है. सामग्री को रोकने के लिए ट्विटर द्वारा प्राप्त अनुरोधों को इसकी साइट पर प्रकाशित किया जाता है.

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