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वाराणसी में 2 लाख का इनामी दिनदहाड़े एनकाउंटर में ढेर

सुजीत गुप्ता
21 March 2022 11:05 AM GMT
वाराणसी में 2 लाख का इनामी दिनदहाड़े एनकाउंटर में ढेर
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कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने वाली योगी सरकार के दोबारा शपथ से पहले ही यूपी पुलिस फार्म में आ चुकी है। वाराणसी में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने दिनदहाड़े ही दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू को मार गिराया है। मनीष सिंह सोनू के पास से 9 एमएम की कार्बाइन, .38 बोर की पिस्टल और 20 कारतूस बरामद हुए हैं। उस पर साल 2007 से लेकर अब तक वाराणसी सहित पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों में 32 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे।

यूपी-एसटीएफ की वाराणसी इकाई मनीष सिंह सोनू की तलाश में लगातार लगी हुई थी। एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह को सोमवार को पता लगा कि मनीष सिंह सोनू लोहता क्षेत्र की बनकट रेलवे क्रॉसिंग के समीप मौजूद है तो तत्काल उसकी घेराबंदी की गई। खुद को घिरता देख मनीष सिंह सोनू ने फायरिंग शुरू की, लेकिन एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।

अगस्त 2020 में चौकाघाट में हिस्ट्रीशीटर अभिषेक सिंह प्रिंस सहित दो लोगों की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या की गई थी। इसके साथ ही अभिषेक के एक दोस्त की हत्या का प्रयास किया गया था। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से शूटर मनीष सिंह सोनू की तस्दीक हुई तो उस पर घोषित इनाम की राशि एक लाख रुपए से बढ़ाकर दो लाख रुपए कर दी गई। इससे पहले मनीष सिंह सोनू आजमगढ़ में एक सराफा कारोबारी से लूट में वांछित था। सितंबर 2020 में मनीष का नाम मिर्जापुर जिले के चुनार स्थित एक निजी कंपनी के अधिकारी की हत्या और रंगदारी मांगने के मामले में सामने आया। अप्रैल 2021 में पत्रकार एनडी तिवारी की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटर के तौर पर मनीष सिंह सोनू चिह्नित किया गया।

मई 2021 में मनीष सिंह सोनू ने खोसिला में पेट्रोल पंप और पॉल्ट्री फार्म संचालित करने वाले से 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। इन सनसनीखेज घटनाओं को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट और ग्रामीण पुलिस के साथ ही यूपी-एसटीएफ भी सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही थी। बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दोबारा शपथ ग्रहण कार्यक्रम से पहले यूपी-एसटीएफ की इस कार्रवाई से पूर्वांचल के अपराधियों में दहशत का माहौल कायम हो गया है।

इनामी बदमाश मनीष सिंह सोनू नवंबर 2020 में मुठभेड़ के दौरान पुलिस को चकमा देकर भागा था। 26 नवंबर 2020 की रात वाराणसी पुलिस को सूचना मिली थी कि सरैयां इलाके में 1 लाख का इनामी रोशन गुप्ता उर्फ किट्‌टू अपने दोस्त इनामी मनीष सिंह सोनू के साथ मौजूद है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की तो आमने-सामने की फायरिंग में रोशन गुप्ता उर्फ किट्‌टू मारा गया था। लेकिन, मनीष सिंह सोनू पुलिस पर फायरिंग करते हुए भाग निकला था। पुलिस ने इसके बाद मनीष सिंह सोनू का काफी पता लगाया लेकिन कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी थी।

लंबे समय बाद पुलिस ने वाराणसी में किसी बदमाश को ढेर किया है। इससे पहले रोशन गुप्ता किट्टू को 26 नवम्बर 2020 को वाराणसी क्राइम ब्रांच ने मार गिराया। उससे पहले रोहित सिंह उर्फ सनी सिंह को 29 जुलाई 2015 को एसटीएफ ने मार गिराया था।

सुजीत गुप्ता

सुजीत गुप्ता

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