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Breaking News: गांव में नाबालिग लड़कियों को निर्वस्त्र कर घुमाया, वीडियो बनाने वाले 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

Shiv Kumar Mishra
10 Sep 2021 12:11 PM GMT
Breaking News: गांव में नाबालिग लड़कियों को निर्वस्त्र कर घुमाया, वीडियो बनाने वाले 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
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मध्य प्रदेश के दमोह जिले के एक गांव में बारिश के देवता को खुश करने के लिए नाबालिग लड़कियों को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अंधविश्वास के चलते बच्चियों की गरिमा से खेलने वाले इस मामले में जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं।

मिली जानकारी के अनुसार मामला जबेरा विकासखंड के बनिया गांव का है। बुंदेलखंड के कई इलाकों में इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के टोने और टोटके किए जाते हैं। उन्हीं में से एक टोटका है कि अगर बालिकाएं निर्वस्त्र होकर देवी की पूजा करें तो इंद्रदेवता प्रसन्न हो जाते हैं, और बारिश होती है। इसी के तहत बीते दिनों आदिवासी बाहुल्य गांव के तालाब में स्नान कर रही छह मासूम बालिकाओं को खेरमाई के मंदिर में लाकर गोबर से लिपाई पुताई कराई गई और उन्हें निर्वस्त्र किया गया। मासूम बालिकाओं से अनुष्ठान कराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसी आधार पर जिला प्रशासन को भी इस घटनाक्रम की जानकारी हुई।

जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को दमोह जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर जबेरा थाना क्षेत्र के बनिया गांव में नाबालिग लड़कियों को निर्वस्त्र घुमाने का केस सामने आया था। घटना का वीडियो बनाने के आरोप में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) डीआर तेनिवार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ 'यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। दमोह के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

पुलिस ने कहा कि बनिया गांव और आसपास के इलाके सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं और स्थानीय लोगों का मानना है कि यह अनुष्ठान बारिश के देवता को प्रसन्न करेगा और इलाके में बारिश होगी। अधिकारियों ने बताया कि घटना के सामने आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने नोटिस भेजकर दस दिनों के अंदर दमोह जिला प्रशासन से मामले में रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया कि दमोह प्रशासन ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया है।


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