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Budget 2024: बजट सत्र से पहले सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष के साथ गतिरोध खत्म करने की होगी कोशिश
Center Calls All party Meeting: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकार्य का पहला बजट 23 जुलाई को आएगा. बजट सत्र की शुरुआत 22 जुलाई से होगी. इससे पहले मोदी सरकार ने विपक्ष के साथ गतिरोध खत्म करने की कोशिश की है और 21 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. संसदीय कार्य मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में इस बारे में जानकारी दी. जिसमें कहा गया कि, संसद के बजट सत्र से पहले, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू संसद के दोनों सदनों में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. सर्वदलीय बैठक 21 जुलाई को सुबह 11:00 बजे मुख्य समिति कक्ष, संसदीय सौध में होगी.
22 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा बजट सत्र
बता दें कि संसद का बजट सत्र 22 जुलाई को शुरू होगा. 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. इस बजट सत्र की समाप्ति 12 अगस्त को होगी. इससे पहले मंगलवार को हलवा समारोह हुआ. जिसमें वित्त मंत्री ने सभी अधिकारियों को अपने हाथ से हलवा बांटा. बता दें कि हलवा सेरेमनी बजट तैयारी प्रक्रिया के अंतिम चरण का प्रतीक है. नॉर्थ ब्लॉक में हुई इस हलवा सेरेमनी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा राज्य मंत्री पंकज चौधरी समेत कई मंत्रालयों के सचिव शामिल हुए. इस अवसर पर बजट तैयारी और संकलन प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे.
कब होती है हलवा सेरेमनी
बता दें कि बजट तैयारी की "लॉक-इन" प्रक्रिया शुरू होने से पहले हर साल एक पारंपरिक हलवा समारोह आयोजित किया जाता है. हलवा समारोह नॉर्थ ब्लॉक में होता है और एक बड़ी 'कढ़ाई' में हलवा बनाया जाता है. वित्त मंत्री औपचारिक रूप से 'कढ़ाई' चलाते हैं और आम तौर पर बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को हलवा परोसते हैं. यह परंपरा वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारियों की कड़ी मेहनत को स्वीकार करने का भी एक तरीका है. हलवा समारोह संसद में प्रस्तुति से पहले सभी बजट दस्तावेजों को मुद्रित करने की प्रक्रिया की शुरुआत करता है.
हलवा सेरेमनी एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है क्योंकि यह वित्त मंत्रालय में लॉकडाउन की शुरुआत का भी प्रतीक है. इसका मतलब है कि इसके बाद किसी भी अधिकारी को मंत्रालय परिसर छोड़ने की अनुमति नहीं है. संसद में वित्तीय दस्तावेज़ पेश होने के बाद ही बजट टीम के प्रत्येक सदस्य को घर जाने की अनुमति होती है. बता दें कि केंद्रीय बजट को छापने की प्रक्रिया साल 1980 से नॉर्थ ब्लॉक में होती आ रही है.