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Business Ideas in Ghaziabad: पहले गांव में ससुर और पति के नाम से लोग जानते थे, अब खुद की पहचान बना रही विमला और राजकुमारी

Shiv Kumar Mishra
27 March 2022 12:03 PM IST
Business Ideas in Ghaziabad: पहले गांव में ससुर और पति के नाम से लोग जानते थे, अब खुद की पहचान बना रही विमला और राजकुमारी
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Business Ideas in Ghaziabad: विमला और राजकुमारी ने कड़कनाथ को बनाया आमदनी का जरिया

अरुण चंद्रा की रिपोर्ट

गाजियाबाद : गांव देहात में रहने वाली औरतों के सामने रोजगार का ज़रिया ढूंढना मुश्किल भरा होता है. आमतौर पर तो गांव के पुरुष ही बड़े शहरों में रोजगार के लिए पलायन कर जाते हैं. या फिर यूं कहें कि गांव में रोजगार के जरिए बहुत कम होते हैं. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अब गाजियाबाद के गांव, देहात, कस्बे में रहने वाली औरतें अब अपने पैरों पर सिर्फ खड़ी हो रही है.

बल्कि अपना इलाके में नाम भी पैदा कर रही हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं गाजियाबाद के डासना देहात कि भूरगढ़ी गांव के रहने वाली राजकुमारी और विमला की. दोनों औरतों ने अपने घर में ही कड़कनाथ मुर्गे/मुर्गी का फार्म तैयार किया है. जिला प्रशासन ने दोनों महिलाओं की काफी मदद की है.

कड़कनाथ के फार्म में तकरीबन 100 कड़कनाथ मुर्गे/मुर्गी हैं जो कि लगभग 25 से 30 अंडे प्रतिदिन देते हैं. कड़कनाथ मुर्गे/मुर्गी का एक अंडा लगभग ₹30 का बिकता है. औसतन दोनों महिलाएं मिलकर तकरीबन 800 से ₹1000 प्रतिदिन की कमाई करती हैं. कड़कनाथ के अंडे की बाजार में काफी मांग है. राजकुमारी और विमला से अब आसपास के गांवों की महिलाएं भी उनके बिजनेस मॉडल को समझने के लिए आती हैं.

राजकुमारी और विमला बताती हैं कि कड़कनाथ का फार्म शुरू करने के बाद अब ना सिर्फ उन्हें अच्छी कमाई हो रही है बल्कि उन्हें इलाके में इज्जत और पहचान भी मिल रही है. दोनों महिलाओं के मुताबिक पहले लोग उन्हें उनके पति और ससुर के नाम से गांव में जानते थे लेकिन अब सिर्फ उनके गांव ही नहीं बल्कि आसपास के दर्जनभर गांव में लोग उन्हें उनके नाम से जानने लगे हैं. दोनों महिलाएं गांवों में रहने वाली महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं.

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