Top Stories

कोरोना की बढ़ती संख्या पर मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा- सरकार अलर्ट, जल्द ओमिक्रॉन जांच की होगी व्यवस्था

सुजीत गुप्ता
14 Dec 2021 6:26 AM GMT
कोरोना की बढ़ती संख्या पर मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा- सरकार अलर्ट, जल्द ओमिक्रॉन जांच की होगी व्यवस्था
x

पटना।जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इधर फिर से कोरोना का प्रभाव बढ़ने लगा है, खासकर पटना शहर में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। हमलोग इसको लेकर सतर्क हैं। स्वास्थ्य विभाग और प्रषासन के सभी लोग इस मामले में सक्रिय हैं। हमलोगों का उद्देष्य यही है कि अधिक से अधिक जांच कराएं। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन आया है, इसके मामले में अभी तक बिहार में इससे पीड़ित लोगों का पता नहीं चला है। उसका कारण है कि यहां पर जिनोमसिक्वेंसिंग की अभी तक इसकी कोई रिपोर्ट नहीं आई है लेकिन खतरा तो है।

हम लोगों ने विचार किया है कि केन्द्र से बातचीत कर अपने यहां इसका टेस्ट करवायें। अभी तो रोज रिपोर्ट आ रही है कि इस पर अध्ययन हो रहा है, कोषिष हो रही है कि इस पर तेजी से काम हो। अभी जांच के लिये जो सैंपल भेजा गया है, उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। हमलोग कोषिष कर रहे हैं कि यहां भी आईजीआईएमएस जैसे अस्पताल में जॉच की व्यवस्था हो जाय। इस मामले में केंद्र का जो गाइडलाइन होता है उसी के आधार पर काम होता है। दूसरे देषों में हमलोग देख रहे हैं कि ओमिक्रॉन का प्रभाव बढ़ रहा है। हमलोगों के यहां कोरोना संक्रमण बहुत नीचे चला गया था। उसके बाद फिर पिछले कुछ दिनों से देख रहे हैं कि बढ़ रहा है। इस बात को लेकर हमलोग बहुत ही सजग हैं। इसके इलाज के लिये पूरा का पूरा इंतजाम है।

आगे अगर कुछ होगा तो जैसे पहले अस्पतालों में बेड वगैरह की व्यवस्था की गई थी उसी तरह से इस बार भी इंतजाम है। ट्रीटमेंट में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। इसकी पूरी तैयारी है। जिस तरह से ट्रीटमेंट के लिये पहले तीन स्टेज में लोगों को रखा जाता है वैसे ही पहले की तरह ही तैयारी की जा रही है। हमलोग ये देख रहे हैं कि जल्दी से जल्दी पता चल जाय कि ओमिक्रॉन का है या कोई और मामला है। एक बात दिखाई पड़ रहा है कि बाहर से जो लोग आते हैं उन्हीं में ये सब मामला देखने को मिल रहा है। केंद्र सरकार के गाइडलाइन के अनुसार काम किया जा रहा है। एयरपोर्ट से लेकर हर जगह टेस्ट हो रहा है उसी में ये पता चल रहा है। नॉर्मल लोगों में कहीं उस तरह का केस नहीं आया है। कहीं कोई बाहर से आया और अपने परिवार में गया तो उसी परिवार के लोग प्रभावित हुए। इसके लिये पूरी सजगता की जरूरत है।

जिनोमसिक्वेंसिंग की व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग शुरू से ही इसमें लगे हुए हैं। पहले भी हमने कह दिया था कि इसके जांच में 5-7 दिन लग जाता है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने बताया कि जिनोम सिक्वेंश अधिसूचित है, सभी जगह जिनोम सिक्वेंशिंग नहीं है। राज्य सरकार के प्रयास से हमलोगों ने इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में जिनोम सिक्वेंशिंग की स्वीकृति प्राप्त कर ली है। वर्तमान में अभी जो भी सैंपल है उसे एन0सी0डी0सी0, नई दिल्ली भेजते हैं, रिपोर्ट आने में औसतन 5-7 दिन लग रहे हैं। हमलोगों ने अनुरोध किया है कि रिपोर्ट तीन दिन में उपलब्ध करा दिया जाय। इस बीच में आईजीआईएमएस में लैब की पूरी तैयारी की गयी है। हमलोगों ने राशि भी उपलब्ध करा दी है।

हम लोग आशान्वित हैं कि शीघ्र ही यहीं पर जांच शुरु कर देंगे। मुजफ्फरपुर में ए0ई0एस0 पर जोधरपुर एम्स द्वारा नये रिसर्च से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रिसर्च ठीक नहीं है। आपलोगों को पता है जब 2019 में वहां ए0ई0एस0 से लोग प्रभावित हुए तो हमने वहां जाकर एक-एक काम किया। हमलोगों ने जिले के पांच प्रखण्ड को चयनित किया जहां मैक्सिमम लोग इससे प्रभावित थे। वहां कई गांव हम खुद देखने गये थे। अगर कोई आदमी प्रभावित है, उसका घर बना हुआ है कि नहीं, उनके लिये दवा की व्यवस्था हुई है कि नहीं, ऐसे सभी परिवारों का सर्वे कराया गया। एक-एक चीज का सर्वे करवाकर हमलोग सारा काम करवाये हैं। हम तो मुजफ्फरपुर के उन पांच प्रखंड की बात कर रहे हैं जो प्रभावित हुए थे। ये 2019 की बात है उसके बाद बहुत कंट्रोल हुआ था। सौ बेड का इंमरजेंसी हॉस्पिटल बनवाया गया। हमलोगों ने हर तरह की व्यवस्था की। उसके बाद बहुत कम बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।

हम लोग हर जगह के बारे में कंसर्न हैं। हो सकता है कि पहले की जानकारी के आधार पर अध्ययन करने वाले लोग बोल रहे हों। हमने तीन साल पहले सोषियो इकोनोमी सर्वे कराकर एक-एक बात का पता कर लिया और पता करने के बाद उन सभी जगहों पर सुविधा दी गयी। एक-एक चीज की व्यवस्था की गई। उसके बाद से ए0ई0एस0 का असर कम हुआ, इसमें कोई शक नहीं है। कहीं पर अगर हो रहा है तो क्यों हो रहा, दूसरे जगहों पर भी हो रहा है तो उसको हमलोग दिखवाते हैं। अगर रात में किसी बच्चे को परेषानी हो जाय तो तुरंत उसको देखना, अस्पताल ले जाना ये सब गाइडलाइन हमलोग किये हुए हैं।

सड़क पर नमाज पढ़ना बंद कराने की मांग पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब बातों को कोई मतलब नहीं है। कहीं कोई पूजा करता है, कहीं कोई गाता है सबका अपना अपना विचार है। इन सब चीजों में हम ऐसा मानकर चलते हैं कि सबको अपने ढंग से करना चाहिये। अभी कोरोना को लेकर गाइडलाइन दिया गया था तो कोई बाहर नहीं जा रहा था। सभी लोग हमारे लिये एक समान हैं। सबको अपने ढंग से ध्यान रखना चाहिये। इन सब विषयों पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है। सभी लोग अपने ढंग से करते हैं, लेकिन सभी धर्म के लोगों को इन सब चीजों का ध्यान रखना चाहिये। इन सब चीजों को मुद्दा बनाना हमलोगों के लिए इसका कोई मतलब नहीं है। अब फिर कोरोना का दौर बढ़ेगा तो फिर से गाइडलाइन जारी होगा। शादी ब्याहों में अभी भीड़ रहती है, लोगों से हमेशा अपील करते हैं कि मास्क का प्रयोग जरुर करें।

Next Story