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CNG price hiked: दो महीने में कितनी बढ़ी सीएनजी की कीमत, क्या है इसकी खास वजह जानें

सुजीत गुप्ता
21 May 2022 10:39 AM GMT
CNG price hiked: दो महीने में कितनी बढ़ी सीएनजी की कीमत,   क्या है इसकी खास वजह जानें
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महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को एक बार और तगड़ा झटका मिला है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को फिर से सीएनजी(cng) की कीमतों में शनिवार को दो रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो दो महीने में सीएनजी की कीमतों में 13वीं बढ़ोतरी है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की वेबसाइट पर पोस्ट की गई जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी की कीमत अब 73.61 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 75.61 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के शहर में 7 मार्च के बाद सीएनजी की कीमतों में यह 13वीं बढ़ोतरी है। इस दौरान सीएनजी की कीमत 19.60 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ी है।

सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स पिछले साल अक्टूबर से समय-समय पर कीमतें बढ़ा रहे हैं। इसका मुख्य कारण कोरोना महामारी है, जिसके कारण दुनिया की अर्थव्यवस्था बिगड़ गई है। इसके कारण ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गैस की कीमतें बढ़ना शुरू हो गई हैं।

आईजीएल के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने कहा कि प्राकृतिक गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के कारण निकट भविष्य में कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। 2021 के आखिरी तीन महीनों में सीएनजी की कीमतों में 8.74 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई और जनवरी से लगभग हर हफ्ते लगभग 50 पैसे प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई।

1 अप्रैल से सरकार द्वारा स्थानीय रूप से उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत दोगुनी से अधिक 6.1 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट होने के बाद दरें बढ़ गई हैं। घरेलू स्तर पर उत्पादित गैस शहर की गैस की मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है, इसके लिए आयातित ईंधन (एलएनजी) का उपयोग किया जा रहा है। हाजिर या मौजूदा बाजार में एलएनजी की कीमत 18-20 अमेरिकी डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।

वहीं, कंप्रेस्ड होने पर प्राकृतिक गैस ऑटोमोबाइल में ईंधन के रूप में उपयोग के लिए सीएनजी बन जाती है। उसी गैस को खाना पकाने और अन्य उद्देश्यों के लिए घरेलू रसोई और उद्योगों में पाइप किया जाता है। महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने मुंबई में कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) की कीमत 76 रुपये प्रति किलोग्राम रखी है। वैट जैसे स्थानीय करों के कारण इनकी कीमतें कई शहर में ज्यादा भी हो सकती हैं।

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