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LPG गैस महंगी होने के बावजूद जानिए कैसे हर 'सिलेंडर' पर बचा सकते हैं 340 रुपये!

Shiv Kumar Mishra
24 March 2022 7:01 AM GMT
LPG गैस महंगी होने के बावजूद जानिए कैसे हर सिलेंडर पर बचा सकते हैं 340 रुपये!
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नई दिल्ली: पहले एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder Rise) महंगा हुआ, जिससे रसोई का बजट बिगड़ा। अब पीएनजी भी महंगी (PNG Price Rise) हो गई है। ऐसे में बहुत से लोग ये भी बहस करते हुए मिल जाएंगे कि एलपीजी महंगी हो रही है तो पीएनजी भी महंगी हो रही है, दोनों ही महंगी (LPG-PNG Price Rise) हो रही हैं। बेशक ये सही है, लेकिन क्या आपने कभी दोनों गैसों की तुलना की है? अगर तुलना की जाए तो पता चलता है कि अभी भी पीएनजी गैस बहुत सस्ती है। यानी अगर आपने अभी तक पीएनजी कनेक्शन नहीं लिया है, तो अब ले ही लीजिए, क्योंकि इससे हर महीने आपके बहुत सारे पैसे बचने वाले हैं।

पहले जानिए क्या है एलपीजी का दाम

अगर एलपीजी गैस सिलेंडर की बात करें तो हाल ही में इसकी कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। इस बढ़ोतरी के बाद अब दिल्ली में एलपीजी गैस सिलेंडर 949.50 रुपये का हो गया है। घरेलू एलपीजी सिलेंडर 14.2 किलो का होता है। यानी प्रति किलो के हिसाब से देखें तो अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो आपको एक किलो गैस के लिए 66.86 रुपये चुकाने पड़ते हैं।

कितने रुपये में मिल रही है पीएनजी गैस

आज से यानी 24 मार्च 2022 से पीएनजी गैस की कीमत 1 रुपये प्रति स्क्वायर क्यूबिक मीटर (SCM) बढ़ा दी गई है। इस तरह अब पीएनजी गैस की कीमत 36.61/SCM हो गई है, जिसमें वैट भी शामिल है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (Indraprastha Gas Limited) ने ग्राहकों को मैसेज के जरिए इस बारे में सूचित किया है। एक एससीएम में करीब 852.11 ग्राम गैस होती है। इस तरह प्रति किलो पीएनजी आपको करीब 43 रुपये की पड़ेगी। इस दाम की तुलना अगर एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलो) से करें तो उसकी तुलना में पीएनपी का दाम (14.2 X 43) करीब 610 रुपये आता है। यानी पीएनजी गैस आपको एलपीजी सिलेंडर की तुलना में लगभग 340 रुपये सस्ती पड़ेगी।

एलपीजी महंगी और पीएनजी सस्ती क्यों?

घरेलू उपयोग की बात करें तो इन दोनों गैसों में सिर्फ इतना ही फर्क है कि एलपीजी लिक्विड फॉर्म में होती है, जबकि पीएनजी गैस फॉर्म में होती है। हालांकि, अगर इन गैसों के कंपोजीशन की बात करें तो उनमें जरूर तमाम तरह के फर्क होते हैं, लेकिन घरों इन दोनों ही गैस का इस्तेमाल या तो खाना पकाने के लिए होता है या फिर गैस गीजर में होता है, जिसके जरिए पानी गर्म किया जाता है। एलपीजी के महंगे होने की सबसे बड़ी वजह है इसका डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम। यह गैस सिलेंडरों में भरकर देश के तमाम हिस्सों में घर-घर पहुंचाया जाता है। ऐसे में इस गैस पर खर्च बहुत अधिक आता है, जो इसकी कीमत बढ़ाने का काम करता है। वहीं पीएनजी की बात करें तो उसमें बस एक बार ग्राहक को पाइप के जरिए कनेक्शन का खर्च चुकाना होता है और उसके बाद गैस की सप्लाई बनी रहती है। इसमें ना किसी सिलेंडर की जरूरत, ना डिलीवरी की जरूरत, ना जगह-जगह एजेंसियों की जरूरत, ऐसे में यह गैस सस्ती पड़ती है।

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