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आधी रात काल बनकर दौड़ी ई बस, हादसे में छह लोगों की मौत, डंपर और बस के बीच में फंस था एक

सुजीत गुप्ता
31 Jan 2022 3:57 AM GMT
आधी रात काल बनकर दौड़ी ई बस, हादसे में छह लोगों की मौत, डंपर और बस के बीच में फंस था एक
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कानपुर के टाटमिल चौराहे के पास रविवार रात करीब 11 बजे बेकाबू ई-बस छह लोगों के लिए काल बन गई। बस 17 वाहनों को रौंदते हुए चौराहे पर लगे पुलिस बूथ से टकराई तो बूथ वहां से गुजर रहे कंटेनर से टकरा गया। इसके बाद बस और कंटेनर रुके। मौका लगते ही ई-बस का ड्राइवर भाग निकला। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। छह को हैलट में मृत घोषित कर दिया गया। एक दर्जन घायलों में सात को कृष्णा अस्पताल और चार को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घंटाघर से इलेक्ट्रिक सिटी बस टाटमिल की ओर जा रही थी। हैरिसगंज रेल ओवरब्रिज से उतरते ही बस कृष्णा अस्पताल के सामने दूसरी लेन में चली गई। उसी लेन से टाटमिल से घंटाघर की ओर जाने वाला ट्रैफिक पास हो रहा था। फुल स्पीड से जा रही बस दो कारों, 10 बाइकों व स्कूटी, दो ई-रिक्शा और तीन टेंपों को रौंदते हुए टाटमिल चौराहे की ओर निकल गई। बस की टक्कर से मौके पर चीख पुकार मच गई। कोई डिवाइडर के इधर गिरा तो कोई दूसरी ओर। बाइक से आ रहे लोगों को रौंदते हुए बस टाटमिल तक पहुंच गई। यहां जीटी रोड पर लगे पुलिस बूथ और डंपर से टकराकर रुकी। बस रुकते ही चालक मौके से भाग निकला।

हादसे में लाटूश रोड निवासी शुभम सोनकर (26), ट्विंकल सोनकर (25) और बेकनगंज निवासी अरसलान (24) की मौत हो गई। तीन मृतकों की देर रात तक पहचान नहीं हो पाई। धनकुट्टी निवासी व्यापारी दिनेश शुक्ला (51), दिनेश के बहनोई राजेश त्रिपाठी (57), दिनेश की पत्नी आरती, अंजली मिश्रा, बहन नीलू त्रिपाठी (54) समेत 11 लोग घायल हो गए। दिनेश कार में बैठे थे और राजेश त्रिपाठी चला रहे थे। दिनेश समेत परिवार के सभी लोगों को कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी अन्य को हैलट अस्पाताल भेजा गया है।

हादसे के बाद ई-बस सेवा के आरएम डीवी सिंह ने कहा कि ई-बसों के संचालन और मेंटीनेंस का जिम्मा निजी एजेंसी पीएमआई को है। उससे स्पष्टीकरण मांगा गया है। ई बस संख्या यूपी 78 जीटी 3970 बस से हादसा हुआ है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

शादी समारोह से लौट रहा था परिवार

हादसे में धनकुट्टी निवासी एक परिवार व उसके रिश्तेदार भी घायल हो गए। इसमें विनय शुक्ला, उनकी पत्नी आरती, जीजा राकेश त्रिपाठी व उनकी बहन नीलू जेन कार से रूमा से एक शादी समारोह में शिरकत करने के बाद लौट रहे थे। बेकाबू बस ने इस कार में भी टक्कर मारी थी। ये सभी लोग घायल हैं। इनमें से कइयों की हालत गंभीर है। इसके अलावा बाइक सवार अहिरवां निवासी सौरभ और अमित, टेंपो सवार प्रतापगढ़ निवासी जीतराम समेत अन्य छह सात लोग घायल हैं। कई घायल अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हो गए हैं। जिनकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।

डिवाडर पर चढ़ी कार उतार रहे थे, बस की चपेट में आ गए

हादसे से चंद मिनट पहले सुमित तिवारी नाम के शख्स की एक स्विफ्ट डिजायर कार घंटाघर पुल उतरते ही डिवाइडर पर चढ़ गई थी। वहां मौजूद लोग उस कार को डिवाइडर से हटाने का प्रयास कर रहे थे। तभी बेकाबू बस वहां आ धमकी और कार हटाने में जुटे कई लोगों को चपेट में लेकर रौंदते हुए चली गई। ये कार भी बस में फंस गई और घिसटती हुई चौराहे तक चली गई।

डंपर और बस के बीच में फंस था एक

एक शख्स डंपर और बस के बीच में फंस गया। एक स्कूटी के टुकड़े-टुकड़े हो गए। पुलिस बड़ी मशक्कत से शव को निकाल सकी। अभी शव की पहचान नहीं हो सकी। इसी तरह से कई और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। ट्रैफिक पुलिस क्रेन आदि की मदद से रात दो बजे तक इन वाहनों को सड़क से हटवा सकी। तब जाकर यातायात शुरू हो सका।

सुजीत गुप्ता

सुजीत गुप्ता

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