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ओवैसी के काफिले पर क्यों की गई थी फायरिंग? हमलावरों ने बताई असली वजह

ओवैसी के काफिले पर क्यों की गई थी फायरिंग? हमलावरों ने बताई असली वजह
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एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की कार पर गुरुवार को हुए कथित हमले के बाद भारत सरकार ने उनकी सुरक्षा की समीक्षा की है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, ओवैसी को तत्काल प्रभाव से सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा (Z Category Security) प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।

जानकारी के अनुसार, तेलंगाना के हैदराबाद से सांसद ओवैसी की कार पर हापुड़ जिले में छिजारसी टोल प्लाजा के करीब कथित तौर पर गोलीबारी की गई। यह घटना उस वक्त हुई, जब वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से जुड़े कार्यक्रमों में शरीक होने के बाद लौट रहे थे। गोलीबारी की घटना के बाद दो युवकों की वीडियो फुटेज सामने आई थी। यह घटना उस वक्त हुई, जब वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से जुड़े कार्यक्रमों में शरीक होने के बाद लौट रहे थे। पुलिस ने घटना के बाद टोल प्लाजा के वीडियो फुटेज खंगाले और इस मामले में नोएडा के बादलपुर क्षेत्र के निवासी सचिन नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया जबकि देर शाम एक अन्य युवक शुभम ने गाजियाबाद के सिंहानी गेट थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को बताया कि ओवैसी की कार पर फायरिंग करने वाले शुभम और सचिन नामक युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक एक पस्टिल बरामद की गई है। ओवैसी के प्रतिनिधि यामीन खान की तहरीर पर गिरफ्तार युवकों के खिलाफ हापुड़ के पिलखुआ थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में युवकों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए दलील दी है कि ओवैसी ने एक धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था, जबकि 2013-14 के दौरान उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर रोष में आकर जो टिप्पणी की थी, उससे आहत होकर उन्होंने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया।

कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और मौके पर वरिष्ठ अधिकारी कैंप कर रहे हैं। गौरतलब है कि फायरिंग की वारदात के बाद ओवैसी ने ट्वीट कर कहा था कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदुलल्लिाह।



सुजीत गुप्ता

सुजीत गुप्ता

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