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गंगा एक्सप्रेस-वे की आज नींव रखेंगे PM मोदी, जानिए क्या है खासियतें और कितने किलोमीटर में बनेगा

सुजीत गुप्ता
18 Dec 2021 4:00 AM GMT
गंगा एक्सप्रेस-वे की आज नींव रखेंगे PM मोदी, जानिए क्या है खासियतें और कितने किलोमीटर में बनेगा
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाहजहांपुर में 594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे की नींव रखेंगे। वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। यह एक्सप्रेस-वे पश्चिमी यूपी को पूर्वांचल से जोड़ेगा। मेरठ से 12 जिलों से होता हुआ प्रयागराज में खत्म होगा। इसके जरिए मेरठ से प्रयागराज तक की जो दूरी 8-9 घंटे में पूरी होती है वह साढ़े 6 घंटे में पूरी हो जाएगी, पीएम दोपहर 1 बजे शाजहांपुर पहुंचेंगे। सभा में एक लाख लोगों के आने की संभावना है। मैदान में 60 हजार कुर्सियां रखी गई हैं। इसके अलावा, 40 हजार लोगों के खड़े होने की व्यवस्था की गई है। पीएम की सुरक्षा में साढ़े 3 हजार सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं।

मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी का गंगा एक्सप्रेसवे- वे जब बनकर तैयार होगा तब यह यूपी का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। इससे राज्य के आर्थिक विकास और रोजगार की नई राह खुलेगी। शाहजहांपुर जिले में एक्सप्रेसवे पर एयरस्ट्रिप बनेगी। प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस वे प्रयागराज से मेरठ होते हुए कई राज्यों को एक सूत्र में पिरोने वाला है। इसका लाभ एनसीआर, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य राज्यों के लोगों को भी मिलने वाला है। इसके निर्माण के लिए विकासकर्ताओं का चयन कर लिया गया है। राज्य सरकार ने 36,230 करोड़ रुपए की लागत से गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना की स्वीकृति पिछले साल 26 नवंबर को दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में कैबिनेट की बैठक के जरिए इस परियोजना को मंजूरी दिला कर इसका ऐलान किया था।

गंगा एक्सप्रेस वे आधे से ज्यादा पश्चिमी यूपी के मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं और शाहजहांपुर जिले से गुजरेगा। हापुड़ और बुलन्दशहर सहित अन्य जिलों के लोगों के आवागमन के लिए गढ़मुक्तेश्वर में एक अन्य पुल बनाया जाएगा। शाहजहांपुर के आगे यह एक्सप्रेसवे हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ व प्रयागराज तक जाएगा। एक्सप्रेसवे के लिए अब 94 प्रतिशत जमीन खरीदी जा चुकी है।

एक्सप्रेस वे पर आपातकाल में वायु सेना के विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर जिले में 3.5 किमी की एक हवाई पट्टी भी बनेगी। एक्सप्रेसवे साथ औद्योगिक कारीडोर बनेगा। गंगा एक्सप्रेस वे के लिए जब भूमि खरीदी जा रही थी, उस समय पूरे देश में कोरोना की लहर पीक पर थी। इसके बावजूद महज एक साल में गंगा एक्सप्रेस वे के लिए 83 हजार किसानों से 94 फीसदी भूमि खरीदी गई है।

प्रवेश नियंत्रित गंगा एक्सप्रेस-वे, मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-334) पर जनपद मेरठ के बिजौली ग्राम के समीप से प्रारम्भ होगा एवं प्रयागराज बाइपास (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19) पर जनपद प्रयागराज के जुडापुर दाँदू ग्राम के समीप समाप्त होगा। यह एक्सप्रेस-वे 06 लेन चौड़ा होगा। इसका भविष्य में 08 लेन तक विस्तार किया जा सकेगा।

गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण से नजदीक के इलाकों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योग सम्बन्धी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यह एक्सप्रेस-वे आच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा।

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