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Kerala Landslide: वायनाड में लगातार तीन बार हुआ भूस्खलन, मलबे में दब गए दर्जनों लोग, पानी में तैर रहे शव

Special Coverage Desk Editor
30 July 2024 3:47 PM IST
Kerala Landslide: वायनाड में लगातार तीन बार हुआ भूस्खलन, मलबे में दब गए दर्जनों लोग, पानी में तैर रहे शव
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Kerala Landslide: केरल में हो रही भारी बारिश अब तबाही मचाने लगी है. वायनाड में मंगलवार तड़के लगातार तीन बार हुए भूस्खलन में अब तक 63 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 116 लोग घायल हुए हैं.

Wayanad Landslide: सोमवार-मंगलवार की रात जब पूरा देश नींद के आगोश में था तब केरल के वायनाड में प्रकृति तांवड मचा रही थी. गहरी नींद में सोए हुए लोगों को को इस बात का अहसास तक नहीं हुआ कि वह मंगलवार की सुबह भी नहीं देख पाएंगे. रात करीब दो बजे वायनाड के चूरलमाला गांव में भारी बारिश के बाद ऐसा भूस्खलन हुआ कि गांव का अधिकांश हिंसा सैलाब के साथ बह गया.

सड़कें पुल और घर सबकुछ बह गया और पानी में तैरने लगे. इन घरों में रहने वाले सैकड़ों लोग भी इस सैलाब के साथ बह गए. अब वहां पानी में लोगों की लाशें तैरती हुई मिल रही है. अब तक 63 लोगों को शव मलबे से निकाले जा चुके हैं जबकि 116 लोग घायल हुए हैं.

रात 2 से सुबह 6 बजे तक तीन बार हुआ भूस्खलन

राहत बचाव अभियान में लगे राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), अग्निशमन विभाग और पुलिस के बचाव कर्मियों का कहना है कि वे भूस्खलन से हुए इतने बड़े नुकसान की कल्पना भी नहीं कर सकते थे. क्षेत्र में रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच तीन बार भूस्खलन हुआ. जिसके बाद दुकानों और वाहनों सहित चूरलमाला गांव का एक हिस्सा नष्ट हो गया.

भूस्खलन में बह गए 200 से ज्यादा घर

अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस भूस्खलन में अब तक 63 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय निवासियों का कहना है कि चूरलमाला गांव में 200 से अधिक घर भूस्खलन में बह गए हैं. इस बीच, इरुवाझिनजी नदी पर पुल के ढहने से मुंडक्कई में बचाव अभियान में बाधा पैदा होने लगी है. क्योंकि यह चूरलमाला और मुंडक्कई गांवों को जोड़ने वाला एकमात्र पुल था.

अभी भी हो रहा भूस्खलन

अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की है कि वायनाड जिले की ऊपरी पहाड़ियों में मामूली भूस्खलन जारी है. कहा जाता है कि मेप्पादी भूस्खलन से बहने वाले पानी के कारण चलियार नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. बचाव अभियान में सहायता करने और मुंडक्कई तक पहुंचने के लिए एक पुल का निर्माण करने के लिए वेलिंगटन, कुन्नूर से भारतीय सेना की एक टीम को वायनाड में लगाया गया है. क्षेत्र में मौसम के मिजाज पर नजर रखने वाले ह्यूम सेंटर फॉर इकोलॉजी एंड वाइल्डलाइफ बायोलॉजी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में पश्चिमी घाट के कई स्थानों पर 300 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई.

पीएम मोदी ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल सरकार को केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है, विपक्ष के नेता और वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह वायनाड के लिए हर संभव सहायता का अनुरोध करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों से बात करेंगे. वायनाड से आ रही तस्वीरों में आपदा का अंदाजा लगाया जा सकता है.

जहां कई घर और गाड़ियां मलबे में दबे हुए हैं और कहीं कहीं शव भी दिखाई दे रहे हैं. केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, राहत बचाव जारी और और भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. बता दें कि केरल में भारी बारिश और बाढ़ का खतरा पहली बार पैदा नहीं हुआ. साल 2018 मे राज्य में आई भीषण बाढ़ में करीब 400 लोग मारे गए थे.

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