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पुलिस ने 32 ट्रक और ट्रॉला का जखीरा किया बरामद, इस तरह पकड़ा एक बड़ा गेंग

पुलिस ने 32 ट्रक और ट्रॉला का जखीरा किया बरामद, इस तरह पकड़ा एक बड़ा गेंग
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गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने एक ऐसे शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है।जो पिछले करीब 7 साल से चोरी के ट्रक या ट्रॉला पर फर्जी नम्बर लगाकर उनके बाकायदा आरटीओ ऑफिस से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद खुलेआम बाजार में चलाते थे। किसी को इन पर शक ना हो इसलिए यह लोग ज्यादातर सरकारी माल ही सप्लाई किया करते थे और अपनी शातिराना चतुराई के कारण हर बार यह पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहते थे। लेकिन इस बार पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जबकि नो अभियुक्त अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।पुलिस का दावा है जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के कब्जे से 32 ट्रक और ट्राला बरामद किए हैं।बाजार में इनकी कीमत करीब ₹10 करोड़ आंकी जा रही है।


उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान इन्होंने बताया कि इनका यह गैंग पिछले करीब 7 साल से सक्रिय है और फर्जी तरह से इनके पेपर पंजाब आरटीओ विभाग और नागालैंड आरटीओ विभाग से तैयार किए जाते थे बड़ी बात यह है। कि उन्होंने पूछताछ में यह भी बताया है कि यह लोग गाड़ी का चेचिस नंबर और फर्जी कागजात इस तरह से तैयार कर आते थे। कि वाहन चेकिंग के दौरान भी यह पकड़ में नहीं आते थे।खासतौर से इन ट्रक या ट्राला का इस्तेमाल यह लोग सरकारी माल की सप्लाई के लिए इस्तेमाल करते थे। ताकि किसी को भी इन ट्रक या ट्राला पर किसी तरह का कोई शक ना हो।


एसपी क्राइम ने बताया कि इनके इस गैंग का खुलासा तब हुआ जब मुखबिर द्वारा पता चला कि थाना कवि नगर क्षेत्र में एक ट्राला है। जिसे पकड़ा गया और वह सीज किया गया था। इसकी जानकारी उसकी कंपनी से ली गई तो पता चला कि इस कंपनी का चेचिस नंबर रजिस्ट्रेशन नंबर इस गाड़ी का नहीं है। उसके बाद एफएसएल टीम से भी इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि उसके चेचिस नंबर को टेम्पर्ड कर चेचिस नंबर बदला हुआ है। लेकिन उसके चेचिस नंबर और कागजात की गहनता से जांच की गई तो यह पूरा राज खुला।

उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के विभिन्न थाना क्षेत्र में इस तरह के ट्रक या ट्राला की जांच की गई तो कुल 32 ट्रक और ट्राला इस तरह के पाए गए हैं। जिन की बाजार में कीमत करीब ₹10 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। इन्हीं के द्वारा इस तरह का गैंग पिछले करीब 6 साल से संचालित हो रहा था। उन्होंने बताया कि अभी सभी जगह के आरटीओ ऑफिस को इस तरह की सूचना दी जाएगी। खासतौर से अभी तक जो ट्रक और ट्राला पकड़े गए हैं।उनके रजिस्ट्रेशन फर्जी तरह से पंजाब आरटीओ कार्यालय और नागालैंड आरटीओ कार्यालय के बने हुए हैं। एसपी क्राइम ने बताया कि अभी इनके द्वारा बताए गए 9 अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। जिनकी तलाश शुरू कर दी गई है उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Shiv Kumar Mishra
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