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Rampurhat in Birbhum district of West Bengal का सच : 'एक ही कमरे में छिपे बैठे थे महिलाएं-बच्चे, हमलावरों ने लगा दी आग'

News Desk Editor
24 March 2022 3:28 AM GMT
Rampurhat in Birbhum district of West Bengal का सच : एक ही कमरे में छिपे बैठे थे महिलाएं-बच्चे, हमलावरों ने लगा दी आग
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पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के बोगटुई गांव में आठ लोगों को ज़िंदा जला देने के मामले में कोलकाता हाईकोर्ट ने बंगाल पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. इस बीच पीड़ित परिवार के कुछ सदस्यों ने अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में हैरान करने वाला दावा किया है. परिवार का कहना है कि महिलाएं और बच्चे एक साथ एक ही कमरे में छिपे हुए थे और हमलावरों ने उन्हें आग के हवाले कर दिया. इंडियन एक्सप्रेस ने इस ख़बर को प्रमुखता से जगह दी है.

ये भी आरोप है कि पीड़ित परिवार के 10 लोगों की सोमवार रात को मौत हुई है, लेकिन पुलिस आठ लोगों की मौत का ही दावा कर रही है. आरोप है कि उन आठ शवों को भी परिवार को नहीं सौंपा गया बल्कि पुलिस ने मंगलवार देर रात शवों को दफ़ना दिया.

पीड़ित परिवार के एक सदस्य मिहिलाल शेख़ ने अख़बार से बातचीत में कहा, ''हमारे परिवार के सदस्य, महिलाएं, बच्चे और दामाद जो हमसे मिलने आए थे, सब एक कमरे में छिप गए थे. लेकिन हमलावरों ने उसमें आग लगा दी और सबके सब मारे गए. हमारा परिवार ख़त्म हो गया, सिर्फ़ राख़ रह गई है.'' मिहिलाल शेख़ का दावा है कि उन्होंने इस हमले में परिवार के सात सदस्यों को खो दिया है, जिसमें उनकी मां, पत्नी, बहन, आठ साल की बेटी, भाई की पत्नी, भाई की बेटी और दामाद शामिल हैं.

मिहिलाल का आरोप है कि पुलिस ने मंगलवार देर रात शवों को दफ़ना दिया और इसके लिए अनुमति भी नहीं ली गई. उनका कहना है, ''हम डीएम से संपर्क भी नहीं कर सके, पुलिस को शवों को हमें सौंप देना चाहिए था. इसके बजाए हमें पता चला कि शवों को गांव में दफ़ना दिया गया. ये हमें मंज़ूर नहीं है.''

ममता का बीरभूम दौरा आज, बीजेपी की केंद्रीय टीम पहुंचेगी

बता दें कि इस हिंसा के बाद बीजेपी लगातार ममता बनर्जी और टीएमसी पर हमलावर है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को बीरभूम जिले के बोगटुई गांव का दौरा करेंगी. दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और बीजेपी की पांच सदस्यीय केंद्रीय टीम भी आज उस गांव में पहुंचेगी. इस लिए ज़िला प्रशासन काफ़ी सतर्क है. इससे पहले बुधवार को भी सीपीएम और बीजेपी के प्रतिनिधिमंडलों ने गांव का दौरा किया था.

घटना के तीसरे दिन भी गांव में भारी आतंक है. वहां काफ़ी तादाद में पुलिस और रैपिड ऐक्शन फ़ोर्स के जवानों को तैनात किया गया है. इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है. बीजेपी तो ममता बनर्जी के इस्तीफ़े और राज्य में केंद्रीय हस्तक्षेप की मांग कर रही है.

दूसरी ओर, आज ही दोपहर करीब 12 बजे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी भी मौके पर जाएंगे. इसके अलावा बीजेपी की पांच-सदस्यीय केंद्रीय टीम के भी आज ही मौका का दौरा करने की संभावना है. लेकिन वह टीम कब आएगी, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है. इससे ज़िला प्रशासन का सिरदर्द बढ़ गया है. ममता ने बुधवार को कहा था, "इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. विपक्षी दलों के मौके पर जाने के कारण ही मैंने अपना कार्यक्रम एक दिन आगे बढ़ा दिया है."

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