लाइफ स्टाइल

बीजेपी MLA के बिगड़े बोल, कहा- महिलाओं के कपड़े पुरुषों को उत्तेजित करते हैं, इसी वजह से बढ़ रहे रेप

Special Coverage Desk Editor
10 Feb 2022 1:56 PM GMT
बीजेपी MLA के बिगड़े बोल, कहा- महिलाओं के कपड़े पुरुषों को उत्तेजित करते हैं, इसी वजह से बढ़ रहे रेप
x
प्रियंका गांधी के कपड़े पहनने की आजादी वाले बयान का विरोध करते वक़्त बीजेपी नेता ने लांघी सीमाएं, कपड़ों को बताया बलात्कार के लिए जिम्मेदार, विवाद बढ़ने पर मांगी माफी

बेंगलुरु। कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर देश की सियासत गर्म है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं को कपड़े पहनने की आजादी देने की वकालत की है। प्रियंका गांधी के बयान का विरोध करने के चक्कर मे कर्नाटक बीजेपी के एक विधायक ने कपड़ों को ही रेप के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया।

दरअसल, कर्नाटक बीजेपी के विधायक एमपी रेनुकाचार्य ने प्रियंका गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'बिकिनी जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना, एक निम्न स्तर का बयान है। कॉलेज में पढ़ते समय बच्चों को पूरे कपड़े पहनाए जाने चाहिए। आजकल महिलाओं के कपड़ों के कारण रेप बढ़ रहे हैं क्योंकि पुरुष उत्तेजित हो जाते हैं। ये सही नहीं है। हमारे देश में महिलाओं का सम्मान होता है।'

बीजेपी विधायक की इस बयान पर तीखी आलोचना हो रही है। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने संसद में ये मुद्दा उठाते हुए कहा कि बीजेपीनेता के बयान की कड़ी निंदा होनी चाहिए। अगर कोई पुरुष ये कहता है कि किसी महिला के साथ उसके कपड़ों की वजह से रेप होता है तो ये बेहद शर्मनाक है। हालांकि, चौतरफा किरकिरी झेलने के बाद रेनुकाचार्य ने माफी भी मांग ली है।

उन्होंने कहा कि, 'अगर मेरे बयान से कोई बहन आहत हुई है तो मैं उनसे माफी मांगता हूं। मेरा उद्देश्य किसी को आहत करना या किसी महिला का अपमान करना नहीं था। रेणुकाचार्य ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका से भी महिलाओं से माफी मांगने की मांग की और कहा कि उनका बयान महिलाओं का अपमान है।

दरअसल, प्रियंका गांधी ने महिलाओं को कपड़े पहनने की आजादी देने की वकालत करते हुए कहा था कि, 'चाहें बिकनी पहनें, घूंघट पहनें, जींस पहनें या फिर हिजाब, यह महिलाओं का अधिकार है कि वह क्या पहनना चाहती है। भारत के संविधान में उसे कुछ भी पहनने की गारंटी दी गई है। महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करें।'

Special Coverage Desk Editor

Special Coverage Desk Editor

    Next Story