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दलित नाबालिग छात्रा के साथ दरिंदगी, बेहोशी की हालत में सड़क पर फेंककर आरोपी फरार...
मेरठ में एक दलित नाबालिग छात्रा के साथ दरिंदगी की गई और उसे बेहोशी की हालत में आरोपी उसके घर के बाहर सड़क पर फेंक कर फरार हो गए। करीब 40 घंटे अलग-अलग अस्पतालों में छात्रा का इलाज चलता रहा और अंत में उसकी मौत हो गई। पुलिस इस मामले में दरिंदों को खोज नहीं पाई है।
मेरठ के नौचंदी इलाके की 12वीं की छात्रा 6 अक्टूबर को शहर के नामचीन कॉलेज में स्कूटनी का पेपर देने गई थी। उसके पिता उसे कॉलेज के गेट तक छोड़ कर आए। लेकिन पेपर छूटने के बाद बेटी घर नहीं पहुंची तो उसे तलाश किया गया। परिवार पुलिस के पास पहुंचा तभी रात 8:00 बजे एक ई रिक्शा में सवार दरिंदे छात्रा को सड़क पर फेंक कर फरार हो गए। यह वारदात शहर के पॉश इलाके में हुई लेकिन पुलिस आरोपियों को खोज नहीं पाई।
सड़क किनारे ठेली लगाकर अपना परिवार पालने वाले गरीब पिता बेटी को लेकर कई अस्पतालों तक भटकते रहे। इसी दौरान छात्रा की आंखों की रोशनी चली गई। इलाज के लिए अंतिम पड़ाव मेडिकल कॉलेज था। मगर यहां भी मेडिकल मदद नही मिल सकी। छात्रा को निजी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन यह उसका आखिरी पड़ाव साबित हुआ। आज छात्रा की मौत हो गई। पूरे परिवार में अकेली बेटी की मौत के बाद घरवालों का रो रो कर बुरा हाल है। पुलिस दो दिन के इन्वेस्टिगेशन में किसी मुकाम तक नहीं पहुंच पाई है। उसके पास ना तो सुराग है और ना ही आरोपी। हां, एक दलील है कि छात्रा के साथ बलात्कार नहीं हुआ था।