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संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अमीरचंद जी का निधन, कल पैतृक गांव में संस्कार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमीरचंद के निधन पर शोक जताया है।

संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अमीरचंद जी का निधन, कल पैतृक गांव में  संस्कार
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नईदिल्ली : संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अमीरचंद का शनिवार देर शाम अरुणाचल प्रदेश के इटानगर में निधन हो गया। वे त्वांग प्रवास पर थे। वे संघ के वरिष्ठ प्रचारक थे। उनके निधन से शोक की लहर है। वे मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले थे।

बलिया जिला मुख्यालय के करीब हनुमानगंज में जन्मे अमीरचंद 1981 में संघ के स्वयंसेवक बने। 1985 में आजमगढ़ में संघ के तहसील प्रचारक बने। 1987 में संस्कार भारती में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली। उसके बाद से ही संस्कार भारती के विभिन्न दायित्वों पर रहते हुए वर्तमान में अखिल भारतीय महामंत्री जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे थे।

अमीरचंद जी का जन्म बलिया जिले मुख्यालय से 5 किमी दूर ब्रह्माइन गांव में एक अगस्त, 1965 को हुआ। पिता स्व अवधकिशोर व माता का नाम गुलजरिया देवी की कुल सात में छठवीं सन्तान अमीरचंद जी की अपने धर्म व संस्कृति के प्रति रुचि बचपन से ही रही। वह आरएसएस के विचारों से हमेशा प्रभावित रहते थे। इनके परिवार का मुख्य पेशा तो व्यापार था, पर अमीरचंद जी शुरू से ही धार्मिक व आध्यात्मिक अनुष्ठानों से जुड़े रहे। सुबह-शाम संघ की शाखा में उपस्थित रहना व उसके प्रचार-प्रसार के प्रति विशेष लगाव इनके अंदर हमेशा दिखाई देता था।

अमीरचंद जी के पिता अवध किशोर 1971 में सपरिवार ब्रह्माइन गांव से हनुमानगंज में आकर बस गए। वहीं अपने व्यापार को बढ़ाने में लग गए। 1985 में अमीरचंद जी को परिवार ने व्यापार करने के लिए कलकत्ता (कोलकाता) भेज दिया। वहां जाने के बाद उनको संघ के कार्य व गतिविधियों की आंशिक जानकारी हो चुकी थी। उनका मन हमेशा व्यापार छोड़ राष्ट्र की सेवा में समर्पित होने से प्रतीत हो रहा था।

उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में काम करने का निर्णय लिया। संघ की विभिन्न जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री के पद तक पहुंचे और उसी सन्दर्भ में अरुणाचल प्रदेश में प्रवास के दौरान अपने शरीर का त्याग कर 16 अक्टूबर को शाम सात बजे अचानक संसार को अलविदा कह गए। रविवार को सुबह से ही उनके बड़े भाई ताराचंद के घर शोक संवेदना व्यक्त करने वाले पहुंच रहे हैं। परिवार को उनके पार्थिव शरीर का इंतजार है। गांव में उनके बड़े भाई ताराचंद और उनका परिवार अमीरचंद के निधन से काफी दुखी है। परिजनों में शोक व्याप्त है। परिजनों के अनुसार शाम तक पार्थिव शरीर बलिया पहुंचने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री योगी ने शोक जताया

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमीरचंद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अमीरचन्द जी का निधन दुखद है। लोक जीवन में राष्ट्रीय मूल्यों के बीजारोपण हेतु वे आजीवन समर्पित रहे। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल विचार परिवार को दुख सहने की शक्ति दे।

कुमार विश्वास ने कही ये बात

देश के जाने माने कवि डॉ कुमार विश्वास ने अमीर चंद्र जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ये साल न जाने क्या-क्या दुख दिखाएगा ?विदुषी चित्रकार अपराजिता के कल असमय निधन के शोक से उबरा नहीं था कि संस्कार भारती के सूत्रधार, भारतीय कला-चेतना की अद्भुत समझ रखने वाले व मेरे प्रति सदैव बड़े भाई जैसा स्नेह रखने वाले अमीरचंद जी के निधन का समाचार मिला. हे ईश्वर अब बस भी कर.

केजी सुरेश ने क्या कहा?

माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के वीसी केजी सुरेश ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि खूब हंसी मजाक करेंगे बशर्ते भोजन के लिए निमंत्रण देना होगा. भोपाल में मेरे निवास पर भोजन के पश्चात गाड़ी में बैठते हुए अंतिम वाक्य ताउम्र याद रहेगी. विनम्र श्रद्धांजलि आदरणीय अमीर चंद जी को.

सत्येंद्र त्रिपाठी ने दी श्रद्धांजली

सत्येंद्र त्रिपाठी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अमीरचंद जी का आज अरुणाचल प्रवास पर आकस्मिक दुःखद निधन हुआ है। वे अरूणाचल के तवांग क्षेत्र में संगठन कार्य हेतु प्रवास पर थे। भारतीय कला व कलाकारों को स्थापित करने में सक्रिय अमीरचंद जी को भावभीनी श्रद्धांजली.

Arun Mishra

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Sub-Editor of Special Coverage News
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