योगी जी की यूपी पुलिस से " मन की बात", मीडिया ट्रायल के लिए पुलिस व्यवस्था दोषी
पुलिस का नकारात्मक रवैया, आमजन को बनता है, परेशानी का सबब

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में पुलिस विभाग के एक कार्यक्रम में प्रदेश मैं आए दिन होने वाली घटनाओं से हो रही पुलिस की छीछलेदारी से दुखी होकर अपने मन की बात ईमानदारी से कह दी जिसमे उन्होंने कहा की किसी भी घटना का मीडिया ट्रायल मीडिया से संवाद हीनता के चलते होता है साथ ही उन्होंने खाकी द्वारा पीड़ित व्यक्ति से नकरात्मक रवैया अपनाने से पीड़ित की पीड़ा बढ़ जाती है जैसी बात कहते हुए कहा की यह छोटी छोटी सी चूकें उन्हे नायक से खलनायक बना देती है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल अपने "मन की बात " "दिल " से कहते हुए पुलिस के अधिकारियों को आईना दिखाते हुए कहा की मीडिया से संवाद हीनता के चलते ही छोटी छोटी चूक जनता की नजरो में नायक से खलनायक बना देती है मामले पर पर्दा डालने की कोशिश होती है यह बात ठीक नही है मीडिया ट्रायल जहां भी होता है वह पुलिस के कृत्य के कारण होता है यदि मीडिया और सोशल मीडिया पर सही जानकारी अपडेट कर दी जाए मीडिया ट्रायल नही हो पाएगा ।
मुख्यमंत्री ने कहा की कोई भी पीड़ित सबसे पहले पुलिस के पास जाता है खाकी के सकारात्मक रवय्ये से उसकी पीड़ा कम हो जाती है मगर उसका नकारात्मक रवैया पीड़ित व्यक्ति की पीड़ा को कई गुना बढ़ा देता है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जिस साफगोई व ईमानदारी से अपनी बात कही बहुत अच्छा लगा लेकिन अक्सर देखा गया है थाने में और पुलिस अधिकारियों के आगे पीछे राजनीतिक रसूखदार या चमचा गिरी करने वाले लोग ही परिक्रमा लगाते नजर आते है आज भी आमजन थाने और कोतवाली जाने से डरता है इसीलिए योगी जी ने जिस ईमानदारी से संवेदनशील मुद्दे को उठाया है उसे दूर करने के लिए उन्हें गंभीर होकर प्रयास करने होंगे जिसमे सबसे पहले थानों में आमजन का विश्वास जगाने, थानों में परिक्रमा लगाने वालों का आवागमन रोकने व रिपोर्टों का अल्पीकरण करने जैसी बातों के रोकने के प्रयास करने होंगे जिससे की आमजन निडर होकर अपनी समस्याओं को लेकर थाने, कोतवाली जाने की हिम्मत कर सके तभी योगी जी की दिल की बात पुलिस की छवि को बदलने में सहायक होगी ।
विनय अग्रवाल , चंदौसी