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2018 से 20 तक 25 हजार से ज्यादा खुदकुशी, वरुण गांधी बोले- बेरोजगारी की समस्या भयावह, सरकार जल्द करे निदान
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने 2018 से 2020 तक दो सालों का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि इस दौरान बेरोजगारी की वजह से 25 हजार युवाओं ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने इन आंकड़ों का जिक्र कर सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सरकारी नौकरियों के खाली पड़े पदों को भरा जाए, ताकि युवा इस तरह का कदम ना उठाएं। इसके साथ ही उन्होंने संविदा की जगह स्थायी और नियमित नौकरियों को बढ़ावा देने की भी अपील की।
उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार से कहा, "भारत में बेरोजगारी के कारण युवाओं की आत्महत्या एक भयावह रूप लेती जा रही है। सरकार का कर्तव्य है कि देश के युवाओं को स्थायित्व प्रदान करें और जल्द से जल्द रिक्त पदों को भर कर देश के युवाओं की मुश्किलें कम करें। संविदा की संस्कृति को खत्म करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।"
बता दें, कि सेना में भर्ती होने के लिए लाई गई केंद्र की "अग्निपथ योजना" को लेकर भी वरुण गांधी पार्टी लाइन से अलग नजर आ रहे हैं। वो सांसद के तौर पर मिलने वाली पेंशन को छोड़ने का ऐलान भी कर चुके हैं। अग्निवीरों को पेंशन ना मिलने पर सांसदों और विधायकों की पेंशन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच उन्होंने यह घोषणा की थी।
वहीं, जब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद अग्निवीर गार्ड की नौकरी कर सकते हैं, तो बीजेपी सांसद वरुण गांधी भड़क गए थे। उन्होंने कहा, "जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ्तर की 'चौकीदारी' करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक 'नौकरी' नहीं।"
वहीं, इससे पहले उन्होंने रिक्शा चलाते एक CTET पास युवक का वीडियो शेयर किया था। उन्होंने कहा कि 60 लाख स्वीकृत पद खाली हैं और एक CTET पास नौजवान रिक्शा चलाने के लिए मजबूर है।