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- संजली को न्याय दिलाने...
संजली को न्याय दिलाने के लिए, बसपा नेता पहुंचे डीआइजी के पास
देश में जब मौजूदा केंद्र और राज्य सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढाओ नारा दे रही थी. लेकिन इधर कुछ असामाजिक तत्व सरकार के इस नारे का मखौल उडा रहे थे. जब एक दलित बेटी स्कूल से घर जा रही थी तो उसको बुरी नियत से घेर लिया और उसके साथ गंदी नियत से पकड़ना चाहा.
इस मामले को लेकर अब बहुजन समाज पार्टी के नेता सुनील चित्तौड़ ने आगरा की डीआईजी लव कुमार को एक ज्ञापन सौंप कर संजली को न्याय दिलाने की बात की. उन्होंने कहा कि इस शर्मनाक घटना पर प्रसाशन कब तक कार्यवाही करेगा. हालांकि डीआइजी ने उन्हें पूरा विश्वास दिलाया है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जायेगी.
क्या था मामला
उत्तर प्रदेश में स्तिथ ताज की नगरी आगरा में अत्याचार, ज़ुल्म और ज़्यादती की सारी हदें पार हो गई हैं. जहाँ दबंगों ने जिस दलित लड़की संजलि को जलाकर मार डाला था. मंगलवार 18 दिसम्बर, आगरा से 20 किमी. दूर लालामऊ गाँव के पास दो दबंगों ने स्कूल से वापस लौट रही 10वीं में पढ़ने वाली मासूम बच्ची को आग के हवाले कर दिया था. इस हैवानियत में बच्ची 75 फ़ीसदी झुलस गई थी जिसके बाद उसे दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
लेकिन अफ़्सोस कि 36 घंटे तक जूझने के बाद उसने दम तोड़ दिया, इतने घिनौने अपराध के बावजूद पुलिस के हाथ अब तक ख़ाली हैं. दोनो आरोपी फ़रार हैं और पुलिस सिर्फ़ बयानबाज़ी कर रही है. उसके चचेरे भाई ने भी ज़हर खाकर अपनी जान दे दी. वो दिल्ली के अस्पताल में भर्ती अपनी बहन को देखने गया था. लेकिन उससे बहन की हालत देखी न गई. वो वापस घर आया और ख़ुदकुशी कर ली, लड़के की उम्र 25 साल थी.
वहीँ आज इसी तरह की घटना में जलाई गई एक बेटी की उतराखंड में भी मौत होने की खबर समाने आई है. उसकी भी इलाज के दौरान सफदरजंग अस्पताल में आज मौत हो गई .