आगरा

पूजा करते समय लड्‌डू गोपाल का टूटा हाथ, डॉक्टर को चढ़ाना पड़ा प्लास्टर, जानें- आस्था का ये पूरा मामला

Arun Mishra
19 Nov 2021 12:11 PM GMT
पूजा करते समय लड्‌डू गोपाल का टूटा हाथ, डॉक्टर को चढ़ाना पड़ा प्लास्टर, जानें- आस्था का ये पूरा मामला
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डॉक्टरों के मना करने पर पुजारी रोते-रोते बेसुध हो गया। उसकी हालत देखने के बाद खुद CMS ने लडडू गोपाल का पर्चा बनवाकर अपने हाथों से प्लास्टर करवाकर पुजारी को सौंपा।

आगरा में भगवान की भक्ति का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां शुक्रवार सुबह पुजारी लेख सिंह मंदिर में पूजा करने पहुंचे। पूजन के लिए वह लड्डू गोपाल को स्नान करा रहे थे। उसी दौरान प्रतिमा हाथ से गिर गई और प्रतिमा का हाथ टूट गया। इससे वह दुखी हो गए। तुरंत उन्होंने खुद खपच्ची से मूर्ति के हाथ पर कच्चा प्लास्टर चढ़ाया। फिर लड्डू गोपाल को गोद में लेकर जिला अस्पताल पहुंच गए। वह वहां लड्डू गोपाल को अस्पताल में भर्ती कराने की जिद पर अड़ गए।

डॉक्टरों के मना करने पर पुजारी रोते-रोते बेसुध हो गया। उसकी हालत देखने के बाद खुद CMS ने लडडू गोपाल का पर्चा बनवाकर अपने हाथों से प्लास्टर करवाकर पुजारी को सौंपा। इसके बाद भी भगवान को दर्द होने की बात सोच कर पुजारी रोता हुआ, उन्हें अपने साथ लेकर गया।

OPD खुलने का करता रहा इंतजार

लेख सिंह शाहगंज के खासपुरा एरिया के पथवारी मंदिर में पुजारी हैं। 30 साल पहले मंदिर में लड्डू गोपाल विराजमान किए थे। लेख सिंह बच्चों की तरह उनका ख्याल रखते थे। सर्दी, गर्मी और बरसात में मौसम के अनुसार उनके वस्त्र और भोजन का वह पूरा ध्यान रखते थे।

लेख सिंह ने बताया की सुबह 5 बजे स्नान करते समय लड्डू गोपाल गिर गए और उनके हाथ में चोट लग गई। मैंने उनके हाथ मे खपच्ची बांधी और दर्द का मरहम लगाकर 8 बजे तक उन्हें गोद मे बिठाकर इंतजार किया। इसके बाद 8 बजे ओपीडी खुलते ही मैं इन्हें लेकर जिला अस्पताल आया हूं।

इलाज के बाद भी रोता रहा पुजारी

लेख सिंह हार्ट के मरीज भी हैं। ऐसे में शुरू में जब डॉक्टरों ने लड्डू गोपाल को प्लास्टर न चढ़ाने की बात कही तो वह रोते-रोते बेहोश हो गए। यह सूचना स्थानीय नेताओं को भी हुई। हिंदू महासभा के संजय जाट, रौनक ठाकुर और ब्रजेश भदौरिया समेत कई नेता अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने श्री कृष्ण निवासी आगरा के नाम से पर्चा बनवाया। पुजारी की मानसिक हालत का हवाला देते हुए इलाज करने की भी अपील की।

इसके बाद CMS अशोक कुमार ने अपने केबिन को ऑपरेशन थिएटर बनाते हुए सबको बाहर किया। पुजारी के सामने लड्डू गोपाल का प्लास्टर किया और अपने हाथों से पुजारी को सौंपा।

लड्डू गोपाल का इलाज होने के बाद भी पुजारी लेख सिंह के आंसू नहीं रुक रहे थे। हमने उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा की इनमें प्राण हैं, जब यह मंदिर आए थे तो इनकी प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। हाथ में इतनी चोट लगी है कितना दर्द हो रहा होगा। पुजारी की भक्ति देख वहां लड्डू गोपाल के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग गई। इस अनोखी भक्ति और इलाज की शहर में चर्चा हो रही है।

जिला अस्पताल के CMS डॉ. एके अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने पहली बार इस तरह का मामला देखा है। पुजारी लगातार रोए जा रहे थे। उनका कहना था कि वो लड्‌डू गोपाल के हाथ में प्लास्टर कर दें। ऐसे में पुजारी की भावनाओं को देखते हुए उन्होंने इलाज किया। उन्होंने देखा तो अष्टधातु की प्रतिमा का हाथ आगे से टूट गया था। इतनी छोटी प्रतिमा को प्लास्टर नहीं चढ़ सकता। इस पर उन्होंने लकड़ी की खपच्ची की सपोर्ट से पट्‌टी कर दी। इससे पुजारी जी संतुष्ट हो गए।


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