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मायावती ने चली अगर यह चाल तो फूलपुर पर होगा बड़ा घमासान, लेकिन सपा भाजपा हो जायेगी हैरान!
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती क्या एक तीर से दो शिकार करने की सोच रहीं है. एक तो अतीक अहमद को समर्थन देकर फूलपुर की सीट जीतना. दूसरा नसीमुद्दीन सिद्दीकी के विकल्प के रूप में अतीक अहमद को लाना.
बसपा सुप्रीमों ने फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में हिस्सा नहीं लिया है. यह उन्होंने पहली बार नहीं किया वो कभी उप चुनाव नहीं लडती है. उनकी जब सरकार थी तब भी कभी उन्होंने उपचुनाव नहीं लड़ा है. लेकिन इस बात की मिल रही हल्की फुलकी जानकारी ने सभी दलों के होश जरुर उड़ा दिए है. अगर मायावती का मूक समर्थन अतीक अहमद को मिलता है तो मुकाबला त्रिकोणीय होगा और काफी रोचक हो जाएगा.
इस बात की खबर जब समाजवादी पार्टी और बीजेपी को लगेगी तो उनके होश उड़ जायेंगे. अतीक अहमद पहले भी इस सीट से सांसद रह चुके है. इनके समर्थन की बात के प्रबल सूत्र इस लिए काम कर रहे है जो इनके राजनितिक प्रबल विरोधी है उन्हें बसपा से कल बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अब बसपा को मुस्लिम नेता की आवश्यकता है इसलिए अतीक अहमद पर बसपा दांव लगा सकती है.