- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- बहराइच
- /
- जिलाधिकारी की...
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित हुआ किसान दिवस
स्वपनिल द्विवेदी
बहराइच 17 अक्टूबर। किसानों की समस्याओं के निराकरण के उद्देश्य से विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस एवं प्रमोशन आॅफ एग्रीकल्चरल मैकेनाईज़ेशन फार इन सीटू मैनेजमेन्ट आॅफ क्राप रेजिडयू योजनान्तर्गत एक दिवसीय जनपद स्तरीय कृषक जागरूकता गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने उप निदेशक कृषि को निर्देश दिया कि जिला स्तरीय रबी गोष्ठी की तिथि का निर्धारण कर शीघ्र आयोजन करायें। जिलाधिकारी ने गोष्ठी में मौजूद किसानों के माध्यम से जनपद के समस्त किसानों से अपील की कि फसल के अवशेषों को खेत में कदापि न जलायें। इससे पर्यावरण की हानि के साथ-साथ आपके विरूद्ध आर्थिक दण्ड भी लगाया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने दुग्धशाला विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि जनपद में दुग्ध यूनिट को पूरी क्षमता के साथ संचालित करायें। कृषि आधारित जनपद होने के कारण यह आवश्यक है कि किसानों को पशुपालन एवं दुग्ध उत्पाद से जोड़ा जाये ताकि आकांक्षात्मक जनपद के किसान अपना आर्थिक विकास कर सकें। उन्होंने किसानों को जानकारी दी कि जनपद में 25 दिसम्बर 2018 तक संचालित हो रहे कृषि कल्याण अभियान के द्वितीय चरण का भरपूर लाभ उठायंे। उन्होंने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड की उपयोगिता बताते हुए अपील की कि स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर ही खेती किसानी में उर्वरक का प्रयोग कर कम से कम लागत में अधिक से अधिक उपज प्राप्त करें। उन्होंने कृषि विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जायेगा इससे एक ओर जहाॅ अच्छी गुणवत्ता की फसल प्राप्त होती है वहीं दूसरी ओर भूमि की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है।
किसान दिवस को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कृषि सेक्टर के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद के अनुभवी किसानों का अधिक से अधिक लाभ उठायें। उन्होंने सुझाव दिया कि विभिन्न अवसरों पर जनपद के अनुभवी व प्रगतिशील किसानों का ज्यादा से ज्यादा परिचय युवा किसानों से कराया जाये। उन्होंने कहा कि जहाॅ तक संभव हो अनुभवी किसानों के साथ फील्ड विज़िट कर अपेक्षाकृत दूसरे अन्य कम अनुभवी किसानों को उपयोगी जानकारी मिल सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जनपद के सभी ऋणी व गैर ऋणी किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से आच्छादित कराये जाने का प्रयास किया जाये ताकि किसी भी आपदा विशेषकर बाढ़ इत्यादि के दौरान किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके।
किसान दिवस के दौरान सहायक विकास अधिकारी खादी ग्रामोद्योग आयोग गोरखपुर एम.आर. प्रजापति नेे मधुमक्खीपालन, जिला उद्यान अधिकारी पारस नाथ ने आलू बीज की उपलब्धता, औषधीय खेती, ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई तथा विभाग में संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों, सहायक निदेशक रेशम एस.बी. सिंह ने रेशम कीट पालन, दुग्धशाला विकास अधिकारी नाथू सिंह ने डेयरी उद्योग, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह ने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं सहित अन्य अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी।
किसान दिवस के अवसर पर प्रगतिशील कृषक हनुमान प्रसाद शर्मा, राम केवल गुप्ता, राम फेरन पाण्डेय, बब्बन सिंह, शैलेन्द्र अवस्थी सहित अन्य किसानों ने सुगंधित व औषधीय फूलों की खेती, मशरूम उत्पादन तथा मधुमक्खीपालन के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था, गन्ना मूल्य भुगतान, धान क्रय केन्द्रों का समय से संचालन कराये जाने, पयागपुर क्षेत्र में धान क्रय केन्द्रों की संख्या को बढ़ाये जाने, आर्सेनिक की समस्या का निदान कराये जाने, जनपद में दुग्ध यूनिट को पूरी सक्रियता के साथ संचालित किये जाने का सुझाव दिया।
मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि किसानों की ओर से प्राप्त हुए सुझावों के दृष्टिगत जनपद में सुगंधित व औषधीय फूलों की खेती, मशरूम उत्पादन तथा मधुमक्खीपालन के लिए प्रशिक्षण का माकूल बन्दोबस्त कराने की व्यवस्था करें। आर्सेनिक समस्या के सम्बन्ध में श्री पाण्डेय ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर कुछ ग्रामों आर्सेनिक रिमूवल प्लांट लगाया जा रहा है। शीघ्र ही सभी स्थानों पर इसकी व्यवस्था हो जायेगी। इस अवसर पर कृषि व सिंचाई सेक्टर के अधिकारी व बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।