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बलिया : मुख्य आरोपी के बचाव में आए BJP विधायक बोले- क्रिया की प्रतिक्रिया होती है, आत्मरक्षा में चलाई गोली'

Arun Mishra
16 Oct 2020 7:25 AM GMT
बलिया : मुख्य आरोपी के बचाव में आए BJP विधायक बोले- क्रिया की प्रतिक्रिया होती है, आत्मरक्षा में चलाई गोली
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मैं प्रशासन की एकतरफा जांच की निंदा करता हूं। घटना में घायल हुई छह महिलाओं के दर्द को कोई नहीं देख रहा है। धीरेंद्र सिंह ने आत्मरक्षा में गोली चलाई.

बलिया में हुए गोलीकांड को लेकर बीजेपी विधायक ने आरोपी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर एबीपी से बात की. बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि गोलीकांड के आरोपी को पीटा गया. उन्होंने कहा कि क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.

बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि घटना बहुत परेशान करने वाली है, यह नहीं होनी चाहिए थी लेकिन मैं प्रशासन की एकतरफा जांच की निंदा करता हूं। घटना में घायल हुई छह महिलाओं के दर्द को कोई नहीं देख रहा है। धीरेंद्र सिंह ने आत्मरक्षा में गोली चलाई.

सुरेंद्र सिंह ने कहा कि वहां प्रशासन पहले से मौजूद था. कोटे की दुकान के लाइसेंस के लिए खुली बैठक आयोजित की गई थी. इसी में कोटे का फैसला होना था. विधायक ने बताया कि इस बैठक में एक पक्ष ने पूरे दस्तावेज दे दिए थे जबकि दूसरा पक्ष नहीं दे रहा था. जिसके बाद वहां पर मारपीट और भगदड़ जैसी स्थिति हो गई. इस दौरान वहां लाठी-डंडे और पत्थर चलने लगे. जिसके चलते दर्जनों लोग घायल हो गए. विधायक सुरेंद्र सिंह आगे कहते हैं कि इसके बाद गोलीकांड के आरोपी को पिता को लोगों ने डंडे से मारा. विधायक कहते हैं कि अगर किसी को परिजन को कोई मार देगा तो क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.

बीजेपी विधायक ने कहा कि इस घटना कि वह पुरजोर निंदा करते हैं और जिसने जो भी गलती की है, उसे उसी अंश में दंड मिलना चाहिए. सुरेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपी के परिजन भी घायल हुए हैं, उनके आरोपियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.



ये है मामला

बता दें कि गुरुवार को दुर्जनपुर गांव में सरकारी कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर खुली बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष और एसडीएम मौजूद थे. आवंटन के लिए दो समूह के लोग जमा थे, जिनमें एक पक्ष आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह था. प्रक्रिया के दौरान धीरेंद्र और दूसरे समूह के बीच कहासुनी होने लगी. कहासुनी के बाद दोनों पक्षों में हंगामा हो गया. हंगामे को देखते हुए एसडीएम ने आवंटन की प्रक्रिया रोक दी. इसके बाद जब लोग वहां से जाने लगे तो धीरेंद्र प्रताप सिंह ने फायरिंग कर दी. गोली जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को लगी, जिनकी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई. गोली मारने वाला धीरेंद्र प्रताप विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जा रहा है.


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