बाराबंकी

Nishad Party President and Fisheries Minister Sanjay Nishad: मंत्री संजय निषाद के इस बयान से मचा अधिकारियों मे हड़कंप

Shiv Kumar Mishra
31 March 2022 7:31 AM GMT
Nishad Party President and Fisheries Minister Sanjay Nishad: मंत्री संजय निषाद के इस बयान से मचा अधिकारियों मे हड़कंप
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Nishad Party President and Fisheries Minister Sanjay Nishad

यूपी सरकार के सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष और मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने सपा और बसपा पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि कई ऐसे अधिकारी है जो अंदर से साइकिल और हाथी के साथ है.

यूपी सरकार में बीजेपी की सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद को मंत्री बनाया है. उन्हें मत्स्य पालन विभाग दिया गया है. कैबिनेट मंत्री बनने के बाद संजय निषाद बुधवार को पहली बार बाराबंकी में पार्टी के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मोदी और योगी के कामकाज की तारीफ की तो वहीं सपा और बसपा पर जोरदार हमला बोला. संजय निषाद ने कहा सपा-बसपा के कार्यकाल में जिन अधिकारियों की भर्ती हुई थी उन्होंने ऊपर से तो कमल का चोला पहना है लेकिन अंदर से वो साइकिल और हाथी के साथ हैं. ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होगी.

सपा-बसपा को लेकर कही ये बात

संजय निषाद ने सपा-बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी पार्टियों ने लंबे समय तक परिवारवाद, भेदभाव और केवल अपने वोटबैंक के लिये राजनीति की है. इनकी सरकारों में बाकी जातियां पूरी तरह से उपेक्षित रहती थीं. अगर पिछली सरकारों ने सभी जातियों को हिस्सा दिया होता तो उन्हें छोटी-छोटी पार्टियां नहीं बनानी पड़तीं. संजय निषाद ने कहा कि आज मोदी सरकार सभी छोटी जातियों को साथ लेकर उनका विकास कर रही है. भाजपा और छोटी पार्टियों का सिद्धांत मेल खाता है इसलिए आज सब उनके साथ हैं. यही नहीं मोदी और योगी सरकार देश की धरोहरों को भी स्थापित कर रही है.

पहले की सरकारों पर लगाया बड़ा आरोप

संजय निषाद ने कहा कि अंग्रेजों ने कानून बनाकर हमारी जाति के लोगों को उजाड़ दिया था. पहले की सरकारों ने भी इतना भेदभाव किया कि हम समाज की मुख्य धारा से दूर हो गये. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पहली बार उत्तर प्रदेश में मत्स्य मंत्रालय बनाया, पहले मत्स्य कोई मंत्रालय नहीं बल्कि केवल विभाग हुआ करता था. पीएम मोदी ने पहली बार मत्स्य विभाग को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा के नाम से 20 हजार करोड़ रुपये दिए. संजय निषाद ने कहा कि अब हम अपनी तकनीक को हाईटेक करेंगे, जिससे उत्पादन बढ़े और हम लोग मछलियों को दूसरे प्रदेशों में भेज सकें. परंपरागत मछुआरों को ट्रेनिंग दी जाएगी और उन्हें अपने साथ जोड़ा जाएगा.

ब्यूरोक्रेसी को भी लिया आड़े हाथों

इसके साथ ही संजय निषाद ने ब्यूरोक्रेसी पर भी निशाना साधा और कहा कि जिन अधिकारियों की भर्ती पहले की सरकारों में हुई है. उन्होंने ऊपर से तो वह कमल का चोला ओढ़ा हुआ है, जबकि अंदर से वो अब भी साइकिल और हाथी के साथ हैं. ऐसे अधिकारियों की सोच बहुत खराब है. ऐसे अधिकारी जो जनता के अंदर भय पैदा करेंगे उनको चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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