

अब भारत में मोहम्मद अली जिन्ना के खिलाफ फतवा जारी हुआ है. यह फतवा बरेली की सबसे बड़ी दरगाह आला हजरत से जारी हुआ है जिसमें जिन्ना को मुल्क के बटवारे का जिम्मेदार बताया गया है. कहा गया है कि जिन्ना के समर्थन में खड़ा होना जायज नहीं है.
आला हजरत से जारी फतवा में कहा गया है कि मुल्क के बंटवारे के लिए मोहम्मद अली जिन्ना जिम्मेदार है. जब जिन्ना पाकिस्तान चले गये तो उनके साथ भारतीय मुसलमानों को भी नहीं खड़ा होना चाहिए. इसलिए जिन्ना का समर्थन करने वाला मुस्लिम भी उतना ही गुनाहगार है. जितना खुद जिन्ना देश के बंटवारे को लेकर थे.
बता दें कि इस विवाद में कोई भी समझदार हिंदू मुस्लिम नहीं पढ़ रहा है कारण यह कोई विवाद नहीं है. जिन्ना पहले पाकिस्तान चले गये दूसरे वो अब जीवित भी नहीं है. राजनैतिक लोंगों का मानना है कि यह विवाद 12 मई के बाद अपने अप समाप्त हो जायेगा. कर्नाटक चुनाव के वोट पढ़ते ही यह मुद्दा भ पद्मावत की तरह ठंडे बसते में चला जाएगा.




