उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के जूनियर विद्यालयों में पढ़ाने वाले अनुदेशको के 17 हजार मानदेय पर आज आ सकता है फैसला।

Satyapal Singh Kaushik
11 July 2022 10:30 AM IST
उत्तर प्रदेश के जूनियर विद्यालयों में पढ़ाने वाले अनुदेशको के 17 हजार मानदेय पर आज आ सकता है फैसला।
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उत्तर प्रदेश के 27000 अनुदेशक जो तीन विषय कला शिक्षा स्वास्थ्य व शारीरिक शिक्षा और कार्यानुभव शिक्षा मे अपना अध्यापन कार्य करते हैं आज उनके 17 हजार मानदेय को लेकर प्रयागराज उच्च न्यायालय अपना फैसला दे सकता है।

उत्तर प्रदेश के जूनियर विद्यालय में पढ़ाने वाले 27 हजार अनुदेशकों के 17000 मानदेय को लेकर आज प्रयागराज उच्च न्यायालय में सुनवाई होगी। जैसा कि हम जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के अनुदेशकों की भर्ती 2013 में तीन विषयों कला शिक्षा,स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा और कार्यानुभव शिक्षा के रूप में हुई थी और सात हजार का मानदेय इनको मिलता था बाद में 2016 में इनका मानदेय बढ़ाकर 8470 रुपए कर दिया गया फिर 2017 में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनती है और योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी होती है। अनुदेशकों में इस नई सरकार से आशा की एक किरण दिखाई पड़ती है। और होता भी वही है योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनते ही अनुदेशकों का मानदेय 17000 होगा इसकी घोषणा करते हैं और बकायदे सारे न्यूज पेपर और मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर भी यह घोषणा दिखाई देती है। फिर किसी को नहीं पता की ऐसा क्या हो जाता है कि आज तक 17000 मानदेय अनुदेशकों को नहीं दिया जाता है और तो और सपा सरकार द्वारा की गई 1470 की बढ़ोतरी को भी घटा दिया जाता है और फिर से अनुदेशकों को 7000 का मानदेय दिया जाता है और रिकवरी भी की जाती है। फिर 2022 का चुनाव आता है और मुख्यमंत्री 2 हजार मानदेय बढ़ाने की बात करते हैं और 17000 देने की बात पर चुप्पी साध लेते हैं जबकि इसी विधानसभा चुनाव में सपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार अखिलेश यादव अनुदेशकों को नियमित करने की बात करते हैं। लेकिन सरकार भाजपा की बनती है और फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बनते हैं । सरकार के बनते ही 2000 बढ़ा मानदेय तो मिलता है लेकिन 17000 मानदेय पर सरकार फिर चुप हो जाती है।

3 जुलाई 2019 को सिंगल बेंच का फैसला आया था

17000 मानदेय पर फैसला 3 जुलाई 2019 को जस्टिस राजेश चौहान की सिंगल बेंच का फैसला अनुदेशकों के पक्ष में आता है और कोर्ट सरकार को यह आदेश देती है कि अनुदेशकों को घोषणा की तारीख 2017 से 9% ब्याज के साथ मानदेय दिया जाए लेकिन सरकार नहीं मानती है और इस फैसले के विरोध में डबल बेंच में जाती है। तब से तारीख पर तारीख पड़ रही है और कोई फैसला नहीं हो पा रहा है।

लेकिन आज अनुदेशकों को उम्मीद है कि देश के नामी गिरामी वकील डॉ ए.पी. सिंह के सानिध्य और प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह के नेतृत्व में अनुदेशकों की जीत होगी और उनको बढ़ा हुआ मानदेय 17000 मिलेगा।

जानिए अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने क्या कहा

इस बाबत पूछने पर अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने बताया कि - सत्य परेशान हो सकता है किंतु पराजित नहीं आज हमको निश्चिततौर पर जीत मिलेगी और हमको हमारा 17 हजार का मानदेय मिलेगा ऐसा हमें विश्वास है।

Satyapal Singh Kaushik

Satyapal Singh Kaushik

न्यूज लेखन, कंटेंट लेखन, स्क्रिप्ट और आर्टिकल लेखन में लंबा अनुभव है। दैनिक जागरण, अवधनामा, तरुणमित्र जैसे देश के कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में लेख प्रकाशित होते रहते हैं। वर्तमान में Special Coverage News में बतौर कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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