फतेहपुर

स्वास्थ्य कर्मियों की संवेदनहीनता, पीएचसी में दो घंटे तड़पती रही महिला,गेट पर हो गई डिलेवरी

सुजीत गुप्ता
28 Aug 2021 9:02 AM GMT
स्वास्थ्य कर्मियों की संवेदनहीनता, पीएचसी में दो घंटे तड़पती रही महिला,गेट पर हो गई डिलेवरी
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प्रसूता के पति के मुताबिक जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। एसीएमओ डा. संजय ने बताया कि गेट पर प्रसव बेहद चिंताजनक है, मामले की जांच करा कर लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ...

फतेहपुर। आज के इस भौतिक युग में यदि मनुष्य, मनुष्य के साथ अच्छा व्यवहार करना नहीं सीखेगा, तो भविष्य में वह एक-दूसरे का घोर विरोधी ही होगा। इसी कारण हर एक तरफ मानवता का गला दबाया जा रहा है। हर तरफ मानवता जैसे रो रही हो। एक ऐसा ही मामला फतेहपुर में देखने को मिला जहां पर मानवता और संवेदनहीनता दोनों ही शर्मसार हो जायेगी, क्योंंकि फतेहपुर में पीएचसी बहुआ के कैम्पस में दो घंटे तक एक गर्भवती तड़पती रही। लेकिन उसकी सुध लेने वाले डॉक्टर नदारत थे और प्रसव पीड़ा बढती जा रही थी तभी उसने गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।

परिजनों ने हंगामा करने पर पहुंची पुलिस संवेदनहीनता पर स्वास्थ्य कर्मियों को फटकार लगाते हुए जच्चा बच्चा को भर्ती कराया। जहां दोनों पूरी तरह स्वस्थ्य बताए जा रहे हैं। ललौली थाना क्षेत्र के सिंधाव निवासी अमित कुमार ने प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी प्रियंका देवी को रात सवा नौ बजे पीएचसी लेकर पहुंचे।

परिजनों का आरोप है कि यहां मौजूद एक प्राइवेट नर्स ने सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर 15 सौ रुपए की मांग की। रुपए ना होने के अभाव में उन्होंने खून की कमी होने की बात कर एडमिट करने का इनकार कर दिया। प्रसव पीड़ा से तड़पती प्रियंका को भर्ती करने के लिए परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन प्राइवेट नर्स समेत स्टाफ के लोगों की संवेदना नहीं जागी।

तभी पीएचसी गेट पर खुलेआसमान के नीचे प्रियंका ने बच्चे को जन्म दिया। प्रसव होने के बाद परिजन स्वास्थ्य कर्मियों के हाथ पैर जोड़ते रहे लेकिन उन्होंने जच्चा बच्चा की सुध नहीं ली। जिससे नाराज परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों के नाराजगी व्यक्त करने पर डाक्टर ने कुछ लोगों द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना पुलिस की दी। मौके पर पहुंची मौके के हालात देख कर स्तब्ध रह गई।

प्रसूता पेड़ के नीचे अस्त व्यस्त पड़ी थी, नवजात को लिए परिजन खड़़े थे। परिजनो ने पुलिस को पूरी बात बताई तो पीआरवी 1171 का पुलिस कर्मी अस्पताल के स्टाफ पर नाराजगी जताई। पुलिस के दबाव पर भी स्टाफ जच्चा बच्चा को भर्ती करने से आनाकानी कर रहा था, तब पुलिस ने सख्त रुख अपनाया और जबरन दोनों को भर्ती कर इलाज शुरू कराया। प्रसूता के पति के मुताबिक जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। एसीएमओ डा. संजय ने बताया कि गेट पर प्रसव बेहद चिंताजनक है, मामले की जांच करा कर लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखापढ़ी की जाएगी।



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