उत्तर प्रदेश

अब इन्हें नहीं मिलेगा फ्री में गेहूं और चावल, तीस हजार राशन कार्ड क्यों हुआ कैंसिल जानें

सुजीत गुप्ता
16 Nov 2021 12:23 PM GMT
अब इन्हें नहीं मिलेगा फ्री में गेहूं और चावल, तीस हजार राशन कार्ड क्यों हुआ कैंसिल जानें
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सेंट्रल सर्वर में राज्यों के ब्यौरे से आधार का मिलान कराने पर बड़ी संख्या में ऐसे राशन कार्ड पकड़ में आ रहे जिनके परिवार के एक अथवा

एक राष्ट्र एक राशन कार्ड की योजना लागू होने के बाद सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से पात्र लाभार्थी राशन कार्ड पर देश के किसी हिस्से में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से रियायती दर पर खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए विभिन्न राज्यों के राशन कार्ड धारकों का ब्यौरा सेंट्रल सर्वर में लिंक कराया गया है।

हालांकि देश में एक राष्ट्र एक राशन कार्ड की योजना लागू होने के बाद गोरखपुुर के 30326 राशन कार्ड प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। राशन कार्ड की आधार से सीडिंग कराए जाने के बाद 30326 ऐसे राशन कार्डो को चिह्नित किए गए जिनके परिवार के एक अथवा उससे अधिक सदस्यों के नाम गोरखपुर के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी राशन कार्ड में दर्ज हैं।

बतादें कि सेंट्रल सर्वर में राज्यों के ब्यौरे से आधार का मिलान कराने पर बड़ी संख्या में ऐसे राशन कार्ड पकड़ में आ रहे जिनके परिवार के एक अथवा उससे अधिक सदस्यों के नाम दो जगहों पर राशन कार्ड में दर्ज हैं। सेंट्रल सर्वर ने राज्यों से डेटा मिलान के बाद इसके बाद राज्यों को ऐसे राशन कार्डो की सूची भेजनी शुरू की है। गोरखपुर में 30326 राशन कार्ड ऐसे पाए गए हैं जिनके परिवार के सदस्यों के नाम नाम दो जगह राशन कार्ड में चल रहे हैं।

ऐसे चिन्हित राशन कार्डो पर राशन वितरण फिलहाल प्रतिबंधित किया गया है। इन राशन कार्डधारकों के मुखिया से परिवार के उन सदस्यों का नाम कटवाने को कहा जा रहा जिनके नाम दो जगह राशन कार्ड में दर्ज हैं। इसके बाद ही उनके राशन कार्ड पर राशन की सुविधा बहाल होगी।

नियमानुसार एक जगह ही राशन कार्ड बनवाया जा सकता है। लेकिन लोग अपने मूल जिले में राशन कार्ड बनवाने के साथ परिवार के साथ किसी अन्य जिले या राज्य में शिफ्ट हो गए तो वहां भी राशन कार्ड बनवा लिया। परिवार का कोई सदस्य बाहर कमाने चला गया तो उसने वहां भी अपना राशन कार्ड बनवा लिया जबकि उसका नाम यहां पहले से ही राशन कार्ड में चल रहा है।

राशन कार्ड के साथ आधार कार्डो की फीडिंग के बाद उनकी सीडिंग को अनिवार्य किया गया। साल 2020 से सरकार ने हर राशन कार्ड की सीडिंग कराना अनिवार्य था। उत्तर प्रदेश में अब तक 99 प्रतिशत राशन कार्डो की सीडिंग हो चुकी है। राशन कार्ड बनवाने के लिए परिवार के हर सदस्य का आधार नंबर देना पड़ता है। ऐसे में एक से अधिक जगह आधार नंबर का इस्तेमाल करने पर यह गड़बड़ी सर्बर की पकड़ में आ जाती है।

अरूण सिंह, पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि दो जगह नाम होने के कारण ऐसे राशन कार्डो पर राशन उपलब्ध कराने पर रोक लगाई गई है। नियमानुसार एक व्यक्ति का नाम एक ही जगह राशन कार्ड में रह सकता है। राशन कार्ड धारक मुखिया को जिनके नाम दो जगह चल रहे, कटवाने को कहा गया है।

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