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तारीख पर जाता था कचहरी, चुरा लाता था बाइक....आर्डर पर हाईस्पीड वाहन करता था चोरी
गाजियाबाद : एनसीआर से करीब एक हजार बाइक-स्कूटी चोरी कर भोवापुर में किराए के मकान में काटकर उनके पुर्जे बेचने वाले गिरोह का कौशांबी पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गैंग का मास्टरमाइंड विक्रम अर्थला का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में विक्रम ने बताया कि वह जब भी कचहरी तारीख पर जाता था तो बाइक- स्कूटी चोरी कर लाता था। टीम ने देर रात सरगना समेत पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में दो पहिया वाहन, पुर्जे, कागजात, चाकू व 13 हजार नकद बरामद किए हैं। अब तक गिरोह ने दिल्ली-एनसीआर से चोरी के एक हजार वाहन काटकर उनके पुर्जे बेचे हैं। पूछताछ में गिरोह का सोतीगंज का कनेक्शन भी सामने आया है।
पुलिस अधीक्षक द्वितीय ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि परवेज निवासी बरेली, नाजिम निवासी रामपुर, सलमान निवासी दिल्ली, शाकिर उर्फ सुलेमान निवासी हाथरस और सरगना विक्रम को गिरफ्तार किया गया है। आठ माह पूर्व सलमान ने भोवापुर में मकान मालिक ब्रह्म सिंह से 150 गज का मकान दस हजार रुपये किराए पर लिया था। उसमें सभी दिल्ली-एनसीआर से चोरी बाइक व स्कूटी को ले जाकर खपाते थे। इसके बाद उनके पुर्जे अलग कर दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद व एनसीआर के क्षेत्रों में बेच देते थे। गिरोह के सदस्य एक हफ्ते में पांच से अधिक दो पहिया वाहन चोरी करने का लक्ष्य रखते थे। शाकिर उर्फ सुलेमान वाहनों की रेकी कर उनके ताले तोड़ता था फिर विक्रम, काके और आकाश उर्फ गंजा उसे चोरी कर लेते थे।
आर्डर पर हाईस्पीड वाहन करता था चोरी, सस्ते दाम पर बेच देता था
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य ऑर्डर पर हाईस्पीड बाइक चोरी कर उनके पार्ट्स सस्ते दाम में बेचते थे। पुलिस ने 10 बाइक, एक स्कूटी, एक विक्की, दो इंजन, दो चेसिस नंबर, एक नंबर प्लेट, 8 तेल की टंकी, 11 सीट और कवर, 56 सीट बिना कवर, 14 साइलेंसर, एक डिस्क ब्रेक, 4 एलोय व्हील और टायर, 1 स्कूटर का टायर शौकर और रिम के साथ, 8 टायर छोटे रिम, 2 टूल बॉक्स- चाबी पाना कटर, ग्राइडर, हथौड़ा, रेती, 2 ब्लेड, 1 खुला इंजन, 15 मीटर, 48 शौकर और स्प्रिंग, 15 हैंडिल, 10 लेग गार्ड, 15 चैसिस फ्रेम, 265 चैन, गरारी, लीवर, बैरिंग, 31 क्रेंक, 25 मेग्नेट, 15 हाफ सिलिंडर, 50 क्लच प्लेट, हैंडल चीमटा और 300 किलो नट बोल्ट, बाइक, स्कूटी, स्कूटी का स्क्रैप, 90 दो पहिया की आरसी के अलावा 13000 रुपये बरामद हुए हैं। पुलिस ने कविनगर थाने के कई वाहन चोरी का खुलासा किया है।
जेल के अंदर ही लिखी वाहन चोरी की पटकथा :
सीओ अभय कुमार मिश्र ने बताया कि वर्ष 2019 में विक्रम साहिबाबाद थाने से जेल गया था। डासना जेल में उसकी मुलाकात काके से हो गई। दोनों चोरी के मामले में जेल में बंद थे। पांच माह बाद विक्रम जेल से छूट गया और दिल्ली की कंपनी में नौकरी करने लगा था। दो-तीन माह बाद काके भी जेल से छूटकर बाहर आ गया। उसने विक्रम को तलाश किया, फिर एक दिन दोनों की मुलाकात हुई और बाइक चोरी शुरू कर दी। दोनों ने चोरी के वाहनों को खपाने की योजना तैयार की। इसके लिए परवेज, नाजिम, सलमान, शाकिर और आकाश उर्फ गंजा को गिरोह में शामिल कर लिया।
सोतीगंज बंद होने के बाद बॉर्डर को बनाया अवैध कटान का अड्डा
थाना प्रभारी सचिन मलिक ने बताया कि गिरोह का सोतीगंज कनेक्शन भी सामने आया है। परवेज, नाजिम और सलमान मेरठ में चोरी के वाहनों को बेचते थे। वहां अवैध गोदाम बंद होने के बाद गिरोह बॉर्डर के क्षेत्रों को अवैध कटान का अड्डा बनाने की जुगत में थे।